
High school without teacher
बैतूल. ग्रामीण क्षेत्रों के कई स्कूल शिक्षक विहीन है। इससे शिक्षा के स्तर का अंदाजा लगाया जा सकता है। भीमपुर ब्लॉक ग्राम गुरुवा पिपरिया का हाईस्कूल भी शिक्षक विहीन हो गया तो छात्रों को अपने भविष्य की चिंता सताई। छात्र शिक्षक की मांग को लेकर बुधवार कलेक्टोरेट पहुंच गए। स्कूल के एकमात्र शिक्षक को बोर्ड कक्षा का रिजल्ट कम आने से हटा दिया गया है। १९ अगस्त से स्कूल में एक भी शिक्षक नहीं है। बच्चे खुद ही स्कूल जा रहे हैं और फिर बिना पढ़ाई वापस हो रहे हैं। इधर पिकअप में बच्चों को भरकर लाया था। पांच पिकअप को जब्त कर लिया है। बच्चों को कलेक्टर ने बस से भिजवाया।
माध्यमिक स्कूल से पढ़ाने आ रहा शिक्षक
शिक्षक की मांग को लेकर आए बच्चों ने बताया कि गुरुवा पिपरिया हाईस्कूल में लगभग ५०० विद्यार्थी है। स्कूल में काबरा घोरपड़, मालेगांव, कासमारखांडी सहित आसपास के१० किमी के गांव से बच्चे स्कूल पढऩे आते हैं। स्कूल में एकमात्र शिक्षक जितेन्द्र चौहान को निलंबित कर दिया है। स्कूल में अतिथि शिक्षक भी नहीं रखे गए हैं। माध्यमिक स्कूल के एक शिक्षक दशरथ उइके स्कूल आते हैं,लेकिन माध्यमिक के शिक्षक होने से उनके द्वारा भी बच्चों को नहीं पढ़ाया जाता है। पिछले वर्ष चार अतिथि रखे गए थे। गांव के ही १२वीं पास युवकों को रख लिया गया था। उनके द्वारा बोर्ड कक्षाओं के छात्राओं को पढ़ाया जाता था, जिसकी वजह से रिजल्ट भी कम आया है। कलेेक्टर शशांक मिश्र द्वारा प्राचार्य जितेन्द्र चौहान को कक्षा दसवी का खराब रिजल्ट के चलते निलंबित कर दिया है। गुरुवा पिपरिया हाईस्कूल बोर्ड कक्षा १० वी में १५० में से सिर्फ १० विद्यार्थी ही पास हुए थे।
अपर कलेक्टर कार्यालय के सामने दिया धरना
शिक्षक की मांग को लेकर बच्चों को कलेक्टर नहीं मिले तो अपर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। यहां जमीन पर ही धरने पर बैठ गए। शिकायत करने आए बच्चों ने बताया कि अपर कलेक्टरचले गए और बच्चों से नहीं मिले। जिसके बाद सभी बच्चे उठकर आदिम जाति कल्याण विभाग के कार्यालय में धरने पर बैठ गए। बच्चों ने यहां पर नारेबाजी की। अधिकारियों ने शिक्षक की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद बच्चे यहां से हट गए और फिर कलेक्टर से मिलने पहुंचे। कलेक्टर के नहीं होने से गेट पर ही बैठ गए। कलेक्टर शशांक मिश्र के आने पर उन्हें समस्या बताई। मिश्र ने उन्हें शिक्षक की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया। निलंबित प्राचार्य जितेन्द्र चौहान को वापस लाने से इनकार कर दिया।
सात पिकअप मेंं तीन सौ बच्चे
शिक्षक की मांग को लेकर गुरुवा पिपरिया के विद्यार्थी सात पिकअप से आए थे। इतने ही पिकअप वाहन में तीन सौ बच्चे सवार थे। बच्चों की जान जोखिम में डालकर शिकायत करने लाया था। पिकअप में सभी बच्चे खड़े ही रहे। लगभग सवा सौ किमी का सफर ऐसे ही तय किया। कलेक्टर ने पिकअप चालक पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। यातायात विभाग द्वारा पांच पिकअप को जब्त कर लिया था। बच्चों की समस्या को देखते हुए विधायक हेमंत खंडेलवाल भी यातायात थाने पहुंचे। बच्चों को कलेक्टर द्वारा दो बसों से वापस भिजवाया गया है।
समेकित की तर्ज पर बन सकता है स्कूल
शिक्षकों की समस्या को देखते हुए गुरुवा पिपरिया में बैतूलबाजार में बन रहे समेकित स्कूल की तर्ज पर स्कूल बन सकता है। कलेक्टर शशांक मिश्र ने समेकित स्कूल को लेकर भी विचार करने की बात कही है।
Published on:
30 Aug 2017 07:05 pm
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