मानव जाति के लिए खतरा नहीं बांधवगढ़ का बाघ जय 27 जनवरी को लाए थे बाघ-बाघिन
बता दें एक बाघ-बाघिन के जोड़े को एसटीआर बांधवगढ़ से 27 जनवरी 2020 को लाया था। तीन साल के इस बाघ ने 7 फरवरी को एक महिला का शिकार किया था। इसके पहले भी उसने दो मवेशियों को अपना शिकार बनाया था। फिलहाल जय की लोकेशन जहां मिल रही है वहां से महिला का शिकार करने वाली जगह करीब 40 किमी दूर है।
बता दें एक बाघ-बाघिन के जोड़े को एसटीआर बांधवगढ़ से 27 जनवरी 2020 को लाया था। तीन साल के इस बाघ ने 7 फरवरी को एक महिला का शिकार किया था। इसके पहले भी उसने दो मवेशियों को अपना शिकार बनाया था। फिलहाल जय की लोकेशन जहां मिल रही है वहां से महिला का शिकार करने वाली जगह करीब 40 किमी दूर है।
Live Video: बाघ जय का आंतक खत्म, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस एसटीआर सूत्र बतााते हैं कि जय को काफी दूर पोढार के समीप कुछ सप्ताह पूर्व छोड़ा गया था, लेकिन जय ने फिर से कामती रेंज के पास के क्षेत्र में दस्तक दी है। सूत्र बताते हैं कि जय की सतत निगरानी फिर से जरूरी हो गई है, क्योंकि इस बात का डर है कि कहीं जय फिर से आबादी क्षेत्रों की ओर न पहुंच जाए। इसलिए कामती रेंज का पूरा अमला अब जय की निगरानी में लग गया है।