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सड़क पर दिखी विधानसभा और भाजपा नपाध्यक्ष की टशन

विधानसभा अध्यक्ष ने लौटाया नपा के अतिक्रमण अमले को

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mp vidhan sabha eleaction news and bjp controversy

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होशंगाबाद. भाजपा की गुटबाजी एक बार फिर सड़क पर नजर आई। नए आरटीओ कार्यालय के बाहर हुए अतिक्रमण हटा रहे नगर पालिका के अमले को विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरण शर्मा ने पहुंचकर कार्रवाई करने से रोककर लौटा दिया। इतना ही नहीं नपा अफसर से बोले- 'आपका अध्यक्ष (नपाध्यक्ष अखिलेश खंडेलवाल) तो राजाओं की तरह हुक्म चलाता है, बैठकर बात नहीं करता। पहले बाहूबलियों के टप हटाइए। एक-एक व्यक्ति ने छह-छह, आठ-आठ टप रख रखे हैं। किराए पर चला रहे हैं।Ó लोगों से कहा- आपने खंडेलवाल को गलत चुन लिया, अब बर्बाद करेंगे तुम्हे।
कलेक्टर अविनाश लवानिया ने सोमवार को बैठक में नए परिवहन कार्यालय के बाहर हुए अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद मंगलवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे नपा, राजस्व, पीडब्ल्यूडी और पुलिस का संयुक्त अमला कार्रवाई करने पहुंचा। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई चल रही थी कि इसी बीच करीब ११ बजे विधानसभा अध्यक्ष शर्मा मौके पर पहुंच गए। उन्होंने कार्रवाई रूकवा दी। अधिकारियों ने कहा, सर आपको कल ही बता दिया था कि यहां से अतिक्रमण हटाने की योजना थी। बहुत सारे लोगों ने कब्जा कर टप रख लिए हैं। इस बीच एक व्यक्ति ने हस्तक्षेप कर अपनी बात रखना शुरू की तो अध्यक्ष ने उसे डपटते हुए कहा, चिल्लाओ मत, हम तुम्हारी ही बात कर रहे हैं।

एसडीएम के नेतृत्व में बनेगी कमेटी - शर्मा ने अमले से कहा कि वे अतिक्रमण के पक्ष में नहीं हैं लेकिन पहले मीटिंग करें कि कहां से हटाना जरूरी है। जो टप बंद पड़े हैं, किराए पर दिए गए हैं और जिन बाहुबलियों के छह-छह हैं, उन्हें हटाया जाए। जो जायज और व्यवस्थित हैं, उन्हें नहीं हटाया जाए। एेसे लोगों की संख्या बहुत कम है। लेकिन यह सब बातें बैठकर होंगी। मैंने कलेक्टर से बात की थी, उन्होंने राय दी है कि एसडीएम के नेतृत्व में एक कमेटी बना देते हैं। एक-दो दिन में कमेटी बन जाएगी। एक सप्ताह में तय कर लें, कहां और किसके अतिक्रमण हटाना है। हमें तय करना पड़ेगा किसके हटाना है किसके नहीं। इससे पहले सबकी लिस्ट बनाओ। अधिकारी ने बताया कि एक तरफ से इसलिए हटाए कि भेदभाव के आरोप न लगें।

संगठन नहीं कर सका मतभेद दूर

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरण शर्मा और नगर पालिका अध्यक्ष अखिलेश खंडलेवाल के बीच चली आ रही तनातनी भाजपा संगठन भी खत्म नहीं कर सका। दोनों को संगठन ने सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे पर कोई टिप्पणी या बयानबाजी नहीं करने की हिदायत दी थी, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने मंगलवार को संगठन द्वारा खींची गई इस लक्ष्मण रेखा का भी उल्लंघन कर दिया। वह सार्वजनिक रूप से लोगों को नपाध्यक्ष के खिलाफ भड़काते हुए नजर आए। ज्ञात रहे कि दोनों एक-दूसरे पर पहले भी सार्वजनिक रूप से और सोशल मीडिया पर टिप्पणी कर चुके हैं। इसके बाद संगठन ने दोनों को तलब कर इस तरह की बयानबाजी पर रोक लगाई थी।

विधायक प्रतिनिधि करता है वसूली

शहर में अतिक्रमण का आलम यह है कि भाजपा नेताओं, विधायक प्रतिनिधि और रसूखदारों ने जगह-जगह कब्जे टप और दुकानें खुलवा दी हैं। बस स्टैंड से लेकर बाजार तक में एेसे बेजा कब्जों की भरमार है। एक विधायक प्रतिनिधि तो कब्जे कराकर दुकानदारों से वसूली करता है। सड़क किनारे टप रखवा दिए गए। बस स्टैंड के अंदर तक कब्जा है। यहां यात्रियों और बसों को खड़े होने की जगह नहीं है, वहां दुकानें खुल गई हैं। राजनीतिक प्रेशर के चलते नपा कार्रवाई नहीं करती। हालात यह है कि बीते दिनों कलेक्टर और एसपी बस स्टैंड पर महिला यात्रियों से चर्चा करने पहुंचे थे, लेकिन अतिक्रमणकारियों को नजरअंदाज कर निकल गए। जबकि सबसे पहले यात्रियों की सुरक्षा के लिए अतिक्रमण हटवाना था।
अफसरों ने पूछा इनका क्या करें

अतिक्रमण अमले को आेर भी जगह से अतिक्रमण हटाना था, अध्यक्ष ने कार्रवाई रोकी तो अफसरों ने मौके पर ही पूछ लिया कि वहां जाएं या नहीं। उन्होंने अध्यक्ष से कहा कि जज साहब ने सिविल कोर्ट के पास से अतिक्रमण हटाने के लिए लिखा है, अब वहां जा रहे थे? इस पर अध्यक्ष ने कहा कि वहां से और कलेक्ट्रेट की बाउंड़ी से हटाइए, लेकिन यहां से नहीं।

हुआ विरोध, लगे नारे, जलाया पुतला
अतिक्रणमकारियों ने भाजपा सरकार और नपाध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी की। पुतला भी दहन किया। इस दौरान पुलिस से भी झड़प हुई। एक व्यक्ति ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष कह रहे हैं, यह मेरा काम नहीं है, नपा का है। गलत आदमी को चुना है। खंडेलवाल को चुना है, इस कारण बर्बाद कर देंगे। एक युवक ने कहा कि रोजगार दे नहीं रहे, उल्टे छीनने का काम कर रहे हैं।
इसलिए हुई थी कार्रवाई - आईजी रवि गुप्ता ने भी अतिक्रमण हटाने के लिए जिला प्रशासन से कहा था। परिवहन कार्यालय के शिफ्ट होते ही दलालों ने वहां अपने टप रख अतिक्रमण कर लिया था। आईजी कार्यालय तक टप रखा गए थे। इस पर कलेक्टर ने टीएल बैठक में यहां का अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष से भी बात की थी और उनको अवगत करा दिया था।