21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ढाई लाख के गबन की दोबारा हुई जांच में मिली सात लाख की गड़बड़ी, सरपंच-सचिव को नोटिस

सोनासांवरी ग्राम पंचायत में निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार का मामला

2 min read
Google source verification

होशंगाबाद
ग्राम पंचायत सोनासांवरी में ढाई लाख रुपए के गबन की जांच दोबारा कराई गई तो करीब सात लाख रुपए का घोटाला उजागर हो गया। गांव में तत्कालीन सरपंच विनोद पटेल और सचिव शोभाराम चौरे पर मिलीभगत से सड़क, नाली व अन्य निर्माण कार्य कराए बिना ही राशि आहरित करने का जांच दल ने प्रतिवेदन दिया है। जिसके बाद जिला पंचायत सीइओ ने दोनों को रिकवरी राशि जमा करने अंतिम नोटिस दिया है। इस मामले में तत्कालीन सरपंच विनोद पटेल ने बताया कि कोई गबन नहीं किया गया। आहरित राशि से निर्माण हुए हैं। जहां तक हमें अंतिम नोटिस देने की बात है, मुझे कोई नोटिस नहीं मिला है।
----------
नोटिस में निर्देश-
नोटिस के जरिए रिकवरी राशि जमा कराने के निर्देश दिए गए हैं। रिकवरी राशि जमा नहीं कराने की स्थिति में मप्र पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम १९९३ की धारा-९२ के तहत कार्रवाई की जाएगी।
-----------
काम -आहरित राशि -मूल्यांकन राशि -अंतर राशि -पंचायत भवन निर्माण - ५ लाख ४७ हजार ९७६ रुपए -४ लाख ८९ हजार १९५ रुपए -५८ हजार ७८३ रुपए -मदन मालवीय के घर से बजरंग मंदिर रोड रिन्यूवल कोट -निर्माण नहीं मिला - ४५ हजार रुपए -मदन मालवीय के घर से बजरंग मंदिर तक नाली निर्माण -निर्माण नहीं मिला -२ लाख १३ हजार ५०० रुपए -मेन रोड से देवकरण के घर तक सीसी रोड रिन्यूवल कोट -निर्माण नहीं मिला - २ लाख ४ हजार ७०० रुपए -ग्वाल बाबा के पास सीसी कांक्रीट निर्माण -८३ हजार ७९८ रुपए -६६ हजार ५३८ रुपए -१७ हजार २६० रुपए -पुराने माध्यमिक शाला भवन की सामग्री -डिसमेंटल सामग्री की नीलामी नहीं किया जाना -१ लाख ५० हजार रुपए
----------
जांच में हुआ खुलासा-
-ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग कार्यपालन यंत्री के प्रतिवेदन में बताया गया कि सोनासांवरी में तत्कालीन सरपंच व सचिव के संयुक्त हस्ताक्षर से राशि आहरण करने की शिकायत मिली थी।
-११ फरवरी २०१९ को सोनासांवरी पंचायत में जाकर जांच की। सरपंच व सचिव के विरुद्ध बिना निर्माण कराए २ प्रकरणों में २ लाख ५८ हजार ५०० रुपए का गबन किया जाना पाया गया।
-२७ अपै्रल को दोनों को कारण बताओ नोटिस दिया था। जिसका जबाव बिना दस्तावेज व साक्ष्य के दिया गया।
-जिला पंचायत सीइओ ने जबाव संतोषजनक नहीं मिलने पर दोबारा १९ सितंबर को दल गठित कर जांच कराई। जांच में छह निर्माण कार्यों की ६ लाख ८९ हजार २४३ रुपए की वसूली निकली।
----------
इनका कहना है...
सोनासांवरी पंचायत में तत्कालीन सरपंच और सचिव से करीब सात लाख रुपए की रिकवरी होना है। दोनों को अंतिम नोटिस दिया है। -आदित्य सिंह, सीइओ जिला पंचायत होशंगाबाद।