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पुरुष प्रधान देश में किसी भी क्षेत्र में महिलाएं पीछे नहीं

शासकीय नर्मदा महाविद्यालय में शुक्रवार को महिला सशक्तिकरण में परिवार की भूमिका पर कार्यक्रम एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

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पुरुष प्रधान देश में किसी भी क्षेत्र में महिलाएं पीछे नहीं

पुरुष प्रधान देश में किसी भी क्षेत्र में महिलाएं पीछे नहीं

होशंगाबाद. शासकीय नर्मदा महाविद्यालय में शुक्रवार को महिला सशक्तिकरण में परिवार की भूमिका पर कार्यक्रम एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्षता प्रभारी प्राचार्य डॉ. बीसी जोशी एवं मुख्य अतिथि एडवोकेट सफलता तिवारी रहीं। महिला प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. विनीता अवस्थी ने शिक्षा, स्वास्थ्य एवं वैधानिक जागरूकता को महिला सशक्तिकरण की आधारशिला बताया।

मुख्य अतिथि तिवारी ने ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की प्रारंभिक यात्रा से वर्तमान संघर्ष की पृष्ठभूमि को समझाया हुए बताया कि भारत जैसे पुरुष प्रधान देश में महिलाओं ने प्रत्येक क्षेत्र में कैसे अपना परचम लहराया, किन्तु आज भी महिलाएं घरेलू हिंसा की शिकार हैं, जिसके लिए भारत सरकार द्वारा घरेलू हिंसा अधिनियम 2005 तथा एनजीओ के माध्यम से प्रताडि़त महिलाओं को कानूनी मदद दी जाती है। विधि प्राध्यापक अपूर्णा वर्मा ने कार्यस्थल पर यौन उत्पीडऩ पर जानकारी दी। डॉ. हंसा व्यास, डॉ. बीसी जोशी ने भी वक्तव्य दिए।

महिला सशक्तिकरण में परिवार की भूमिका विषय पर निबंध प्रतियोगिता में सोनम गोस्वामी प्रथम, देवांश बैरागी ने द्वितीय तथा राजकुमार दायमा तृतीय स्थान पर रहे। छात्राओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण, खेल एवं एनसीसी की उपलब्धि पर प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस अवसर पर डॉ. रश्मि तिवारी, आशा ठाकुर, डॉ. प्रीति उदयपुरे, डॉ. ईरा वर्मा, डॉ. सविता गुप्ता, डॉ. ममता गर्ग, डॉ.जयश्री नंदनवार, डॉ. अंजना यादव, डॉ. सरोज जावलकर, डॉ. अर्चना पटेल, डॉ. नीलू दुबे, मेघा रावत, डॉ. अर्पणा श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएॅ उपस्थित रहे।