18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Old and Rare Coin Sale: वैष्णो देवी की फोटो वाला सिक्का बना सकता आपको लखपति, एक सिक्के के बदले मिल सकते हैं 10 लाख

Old and Rare Coin Sale: कुछ लोगो को पुराने सिक्के और नोट रखने का बहुत शौक होता है। भारत सरकार 2012 में माता वैष्णो देवी के ख़ास सिक्के निकाले थे। वैष्णो देवी की तस्वीर वाला 10 रुपये का सिक्का आपकी किस्मत बदल सकता है। इन सिक्कों को बहुत शुभ माना जाता है, इसलिए लोग इन सिक्कों को खरीदने के लिए 10 लाख रुपये तक देने के लिए तैयार हैं।

2 min read
Google source verification
sikka1.jpg

Antique coins

नई दिल्ली। यूं तो आजकल 5 और ₹10 के सिक्के की कोई वैल्यू नहीं है, लेकिन क्या आपको पता है यही मामूली-सा सिक्का आपको लखपति बना सकता है। दरअसल यह सिक्का वैष्णो देवी की तस्वीर वाला होना चाहिए। इसे नीलामी में बेचकर आप लाखों रुपए कमा सकते हैं। जी हां, डिजिटल प्लेटफार्म पर कई ऐसी वेबसाइट्स मौजूद हैं जिनपर पर पुराने सिक्कों को बेचकर तगड़ा मुनाफा कमाया जा सकता है। चूँकि ये एंटीक सिक्के हैं इसलिए एक सिक्के पर आप करीब 10 लाख रुपए तक कमा सकते हैं।

5 या ₹10 के ये सिक्के सरकार ने साल 2012 में जारी किए गए थे। इन पर माता वैष्णो देवी की फोटो बनी हुई थी। लोग ऐसे सिक्कों को लकी मानते हैं। हिंदू धर्म में वैष्णो माता की पूजा की जाती है। इसलिए बहुत से लोग ऐसे सिक्कों को अपनी तिजोरी या जेब में रखना शुभ मानते हैं। यही वजह है कि नीलामी में लोग मुंह मांगे दाम पर ऐसे सिक्कों को खरीदते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन एंटीक सिक्कों को इंडिया मार्ट, पिंटरेस्ट और इंडियन करेंसी जैसी वेबसाइट्स पर बेचा जा सकता है। इन सिक्कों को नीलामी में डालने के लिए आपको संबंधित वेबसाइट पर अपना अकाउंट क्रिएट करना होगा। इसके बाद सिक्के की तस्वीर और डिस्क्रिप्शन अपलोड करना होगा। बिड लगाने वाले इसके लिए बोली लगाएंगे।

अशोक स्तंभ वाले नोट की भी डिमांड

वैष्णो देवी के अलावा अशोक स्तंभ की तस्वीर वाले 10 रुपए के नोट की भी काफी डिमांड है। ये नोट ब्रिटिश काल में भारत में चलते थे। अंग्रेजों के चले जाने के बाद भी काफी समय तक इनकी छपाई होती रही। इस पर 3 मुंह वाले शेर की आकृति होती थी। इस नोट को साल 1943 में जारी किया गया था। नोट की दूसरी तरफ एक नाव बनी हुई थी। बाद में इन नोटों की छपाई बंद कर दी गई।