
ट्रेन में सफर के दौरान की ये गलती तो कभी नहीं मिलेगी सरकारी नौकरी, आपकी सोच से भी भारी पड़ेगी नियमों की अनदेखी
नई दिल्ली। रेल में सफर के दौरान हम कई बार इस समस्या से जूझते हैं कि ट्रेन सिग्नल होने के बावजूद रुक जाती है। इसके पीछे एक बेहद ही साधारण वजह है कि रेल में सफर करने वाले यात्री या ट्रेन में सामान बेचने वाले लोकल वेंडर अपनी सहूलियत के अनुसार रेल की इमरजेंसी चेन खींच देते हैं। इस बड़ी समस्या से हमारी ट्रेनें कई बार लेट भी हो जाती हैं। लेकिन आज हम आपको चेन पुलिंग के बारे में कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं, जो आपके लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। सफर के दौरान कई लोगों का मोबाइल फोन ट्रेन से नीचे गिर जाता है, जिसके लिए वे इमरजेंसी चेन खींच देते हैं। लेकिन रेलवे के नियमों के मुताबिक मोबाइल फोन के गिरने पर चेन पुलिंग करना कानूनन अपराध है। ट्रेन में मौजूद इमरजेंसी चेन पुलिंग का दुरुपयोग करने की स्थिति में रेलवे आपसे एक हज़ार रुपये का ज़ुर्माना वसूल सकता है।
इमरजेंसी चेन को खींचने के लिए रेलवे ने कुछ नियम बनाए हैं, जिनके तहत आप केवल आपातकालीन स्थितियों में ही उसका प्रयोग कर सकते हैं। रेलवे के मुताबिक यदि कोई शख्स खतरे में है, आपका कोई साथी छूट गया है या फिर आपका कोई बहुत कीमती सामान छूट या गिर गया है तो आप आपातकालीन चेन पुलिंग कर सकते हैं।
रेल सफर के दौरान यदि आपका मोबाइल फोन गिर जाए तो आप उस जगह की पोल संख्या देख लें और अगले स्टेशन पर अधिकारियों से बातचीत करके उसे रिकवर कर सकते हैं। यदि आपका फोन काफी महंगा है तो आप चेन पुलिंग कर सकते हैं, लेकिन आपको एक हज़ार रुपये का ज़ुर्माना भरना पड़ेगा। लेकिन इस बात का खास ध्यान रखें कि चेन पुलिंग की वजह से ट्रेन को काफी देर तक रुकना पड़ता है और ट्रेन में ऐसे कई लोग होते हैं जिन्हें समय से अपने गंतव्य पर पहुंचना होता है।
ट्रेनों में लगातार बढ़ रही चेन पुलिंग की वजह से रेलवे को हर साल करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसलिए सरकार ट्रेनों से इमरजेंसी चेन हटाने पर विचार कर रही है। अब ट्रेनों में इमरजेंसी चेन के बजाए लोको पायलट और गार्ड का नंबर दिया जाएगा, जिनसे आप आपातकालीन परिस्थितियों में बात कर सकते हैं। चेन पुलिंग का दुरुपयोग करने का सबसे बड़ा नुकसान ये है कि आपको कभी भी सरकारी नौकरी नहीं मिल पाएगी।
Published on:
23 Jul 2018 04:04 pm
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