Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

दक्षिण कोरिया की यात्रा पर गए कर्नाटक के यात्री प्राकृतिक आपदा में फंसे, राजस्थान के मंत्री विश्नोई के हस्तक्षेप से भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने की मदद

कर्नाटक के 44 गैस वितरकों का समूह दक्षिण कोरिया एवं जापान यात्रा पर गया था

2 min read
Google source verification
दक्षिण कोरिया की यात्रा पर गए कर्नाटक के यात्री

दक्षिण कोरिया की यात्रा पर गए कर्नाटक के यात्री

कर्नाटक से दक्षिण कोरिया की यात्रा पर गए गैस वितरकों एवं भारतीय मूल के लोगों को दक्षिण कोरिया में आई प्राकृतिक आपदा के दौरान कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। बाद में भारतीय दूतावास के हस्तक्षेेप के बाद उनकी समस्या का निवारण किया गया।
दक्षिण कोरिया की यात्रा पर गए राजस्थान मूल के हुब्बल्ली प्रवासी बीरबल विश्नोई ने राजस्थान पत्रिका को बताया कि वे कर्नाटक के 44 गैस वितरक साथियों के साथ इन दिनों दक्षिण कोरिया एवं जापान की यात्रा पर आए हैं। दक्षिण कोरिया में विभिन्न पर्यटन स्थलों का दौरा किया। 28 नवंबर को कोरियन एयरलाइंस से हमें ओसाका जापान पहुंचना था। लेकिन इस दौरान अचानक अत्यधिक स्नोफॉल यानी बर्फ की बारिश होने लगी। इस कारण विमान कैंसल हो गया। बाद में बताया गया कि अब 30 नवंबर को विमान जाएगा। लेकिन हमारे लिए विमान कंपनी की ओर से रहने एवं आवास का कोई इंतजाम नहीं किया गया।
इस दौरान हम सभी कोरियन एयरलाइंस काउंटरों के सामने खड़े हो गए और कहा कि जब तक हमारी समस्या का समाधान नहीं हो जाता तब तक हम नहीं हटेंगे। इसके बाद कोरियन एयरलाइंस के अधिकारियों ने पुलिस बुलाने की धमकी दी।

राजस्थान के मंत्री को दी फोन पर जानकारी
बीरबल विश्नोई ने बताया राजस्थान के मंत्री के.के. विश्नोई तथा पूर्व सांसद जसवंत सिंह विश्नोई को फोन पर घटना की जानकारी दी। गोवा के सामाजिक कार्यकर्ता गणपत विश्नोई को भी संदेश भेजा जिस पर उन्होंने विदेश मंत्रालय एवं उच्चाधिकारियों को ट्विट कर मामले की जानकारी दी। इसके बाद कोरियन एयरलाइंस के अधिकारियों ने वार्ता के लिए बुलाया। हमने अधिकारियों को बताया कि चार महीने पहले कोरियन एयरलाइंस का टिकट बुक किया था। ऐसे में एयरलाइंस यात्रियों को अपने हाल पर नहीं छोड़ सकता है। इसके बाद एयरपोर्ट के पास ही एक होटल में सभी यात्रियों के आवास एवं भोजन की व्यवस्था का इंतजाम किया। बाद में दक्षिण कोरिया में भारतीय दूतावास के उच्चाधिकारियों ने भी यात्रियों सेे संपर्क साधा।