
हल्दी में पुलिस चौकी खोलने की कार्रवाई तेज
बालोद. मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद अब गुंडरदेही विकासखंड के ग्राम हल्दी में पुलिस चौकी खोलने व गुंडरदेही में एसडीओपी कार्यालय खोलने की कार्रवाई तेज हो गई है। पुलिस विभाग ने पुलिस महानिदेशक को प्रस्ताव बनाकर भेजा है। मुख्यमंत्री के भेंट-मुलाकात के तहत ग्राम बेलोदी में आयोजित भेंट मुलाकात में ग्रामीणों ने हल्दी में पुलिस चौकी खोलने और गुंडरदेही में एसडीओपी कार्यालय की मांग की थी। मुख्यमंत्री ने इसकी घोषणा की थी। पुलिस विभाग ने ग्राम हल्दी में जगह भी देख ली है। प्रस्ताव पुलिस प्रशासन को भेज जा चुका है। स्वीकृति के बाद सेटअप तैयार करने की कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों व पुलिस प्रशासन के मुताबिक पुलिस चौकी खुलने से राहत मिलेगी।
15 से 20 गांव को मिलेगा फायदा
ग्राम हल्दी में पुलिस चौकी खुलने से हल्दी ग्राम के आसपास के गांव जैसे बेलौदी, पसौद, भाठागांव, बिरेतरा, बरबसपुर, सरेखा, माहुद, सलोनी, सिर्राभांठा, पायला, ढाबाडीह सहित 15 से 20 गांवो के लोगों को लाभ मिलेगा। बढ़ते अपराध को नियंत्रण करने शासन ने स्वीकृति दी है।
बालोद एसडीओपी के भरोसे, अर्जुन्दा, गुंडरदेही, रनचिरई थाना
पुलिस विभाग के मुताबिक वर्तमान में बालोद एसडीओपी कार्यालय में भी बहुत भार है। बालोद के अलावा गुंडरदेही, अर्जुन्दा, रनचिरई थाने की भी जिम्मेदारी है। इतने दूर से गुंडरदेही, रनचिरई व अर्जुन्दा के लोग बालोद एसडीओपी कार्यालय के चक्कर लगाते हैं।
जगह का चयन कर लिया है
एएसपी बालोद हरीश राठौर ने बताया कि हल्दी में पुलिस चौकी खोलने जगह का चयन कर लिया गया है। गुंडरदेही में एसडीओपी कार्यालय के लिए भी प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया है।
करहीभदर में भी पुलिस चौकी बनाने की उठ रही मांग
बालोद. जिले के करहीभदर क्षेत्र में लगातार अपराध बढ़ रहे हैं। चोरी, हत्या, मारपीट एवं कई बार पशु तस्करी के मामले भी सामने आए हंै। बढ़ते अपराध को देख ग्राम करहीभदर में पुलिस चौकी खोलने की मांग उठने लगी है। आसपास के सरपंच व संगठन जनप्रतिनिधि जल्द पुलिस विभाग को ज्ञापन सौंपेंगे।
थाने से दूरी 16 किमी, पुलिस को आने में होती है देरी
करहीभदर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपराध हो रहे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा अपराध करहीभदर में होने लगे हैं। सूत्रों के मुताबिक आसपास के इलाके में शराबखोरी भी हो रही है। वहीं बालोद थाने से करहीभदर की दूरी लगभग 16 किमी है। अपराध होने पर पुलिस को पहुंचने में देर होती है।
साल 1998 में हुई थी चौकी खोलने की मांग
कन्नेवाड़ा के ग्रामीण घनाराम डड़सेना के मुताबिक पूर्व विधायक स्व. जालम सिंह पटेल के कार्यकाल में ग्रामीणों ने यहां पुलिस चौकी खोलने की मांग की थी। जगह का चयन भी कर लिया था। अब इस क्षेत्र में अपराध बढ़ते क्रम है। इस वजह से पुलिस चौकी का निर्माण जरूरी है।
Published on:
18 Dec 2022 11:48 pm
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