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शहर के इन जानलेवा गड्ढों से रहे सावधान, यहां सुरक्षा मापदंड भी तोड़ रहे दम

लापरवाही के गड्ढे में महिला की मौत के बाद भी नहीं जागा निगम

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Indore Online

Oct 21, 2015

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(बक्षी बाग कॉलोनी:तीन तरफ से दुर्घटना को खुला निमंत्रण।)
इंदौर.फ्रूट मार्केट चौराहे पर नाला टेपिंग के लिए खोदे गए गड्ढे में गिरकर सोमवार दोपहर एक वृद्धा की मौत हो गई। घटना के बाद नगर निगम ने ताबड़तोड़ गड्ढे के आसपास लगी चद्दरों को ऊंचा कर लीपापोती की कोशिश तो की, लेकिन शहर में मौत के ये गड्ढे अन्य स्थानों पर भी लापरवाहीं की कहानी बयां कर रहे हैं। निगम धड़ल्ले से ये गड्ढे खोद रहा है, लेकिन लोगों की सुरक्षा को दरकिनार कर दिया है। दिखावे के लिए गड्ढों के आसपास चद्दरें तो लगाई हैं, लेकिन ये पर्याप्त ऊंचाई में नहीं हैं। नुकीली और धारदार चद्दरों से भी लोगों के चोटिल होने की आशंका बनी रहती है।
(नंदलालपुरा:गड्ढे ही नहीं,पतरों के किनारे भी खतरनाक।)
इन नियमों का नहीं हो रहा पालन
सार्वजनिक स्थानों पर इस तरह के कामों के लिए सामान्य सुरक्षा अधिनियम में नियम हैं। इसमें साफ है, सड़क खुदाई के समय पूरी सावधानी बरती जानी चाहिए।

(मामा-भांजे की दरगाह:बच्चे तक झांक सकते हैं गड्ढे में।)

उस हिस्से में किसी भी तरह का आवागमन निषेध कर दिया जाए।
ट्रैफिक सुचारु रखना जरूरी हो तो दो स्तर की सुरक्षा व्यवस्था की जाए। पहले गड्ढे के 10 फीट दूरी से बैरिकेडिंग की जाए। किसी को अंदर आने की इजाजत न हो।
रात के समय सभी को इसकी जानकारी मिले, इसके लिए पर्याप्त रोशनी के साथ रात में दिखाई देने वाले संकेतक भी लगाए जाएं।
गड्ढे के आसपास एक सुरक्षाकर्मी 24 घंटे तैनात रहे।
गड्ढे के आसपास बोर्ड लगाकर बड़े अक्षरों में जानकारी दी जाना चाहिए कि किस तरह का काम चल रहा है और उससे किस तरह का खतरा है।
गड्ढे के आसपास चारों ओर 8 फीट ऊंची जालियां लगाई जाएं। ये जालियां ऐसी हो, जिसमें आर-पार साफ तौर पर दिखाई दे। जरूरत पडऩे पर जालियों पर जालीदार कपड़ा भी लगाया जाए, ताकि उसमें से दिखाई तो दे, पर धूल-मिट्टी बाहर न आए।
यदि गहरा गड्ढा खोदा जा रहा है तो उसके अंदर के हिस्से में भी जालियां लगाई जाएं।
(लोखंडे ब्रिज के पास:वाहन चालकों की मुसीबत।)

सुरक्षा बढ़ाएंगे
सुरक्षा से जुड़े सारे नियमों का पालन सुनिश्चित करवाया जाएगा। आगे से ऐसी व्यवस्था कराएंगे, ताकि कोई घटना न हो।
सुधीर देडग़े, प्रभारी, निगम योजना शाखा

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