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बरसात के मौसम में चुनाव, निर्वाचन विभाग को सताने लगी ये चिंताएं

मतदान केंद्रों का होगा बारीकी से निरीक्षण, बरसात में चुनाव होने के कारण भवनों की होगी जांच

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बरसात के मौसम में चुनाव, निर्वाचन विभाग को सताने लगी ये चिंताएं

बरसात के मौसम में चुनाव, निर्वाचन विभाग को सताने लगी ये चिंताएं

इंदौर। त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा हो गई है, जिसमें इंदौर में शुरुआती चरण में चुनाव होने जा रहे हैं। पहली बार बरसात में चुनाव हो रहे हैं, इसको लेकर भी स्थानीय निर्वाचन आयोग खासा सतर्क है। अब मतदान केंद्र का बारीकी से निरीक्षण होगा और ये पता लगाया जाएगा कि कहीं केंद्र पर पानी तो नहीं टपकता है।

राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त बीपी ङ्क्षसह ने शुक्रवार को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा कर दी। इंदौर में चुनाव पहले ही चरण में होना हैं, जिसकी प्रक्रिया 30 मई से शुरू होने जा रही है। उस दिन सूचना का प्रकाशन और नाम निर्देशन पत्र जारी हो जाएगा। स्थानों के आरक्षण की सूचना और मतदान केंद्र की सूची का प्रकाशन होगा। उसके बाद नामांकन की अंतिम तारीख 6 जून है तो अगले दिन उसकी जांच होगी। 10 जून तक नाम वापस लिए जा सकते हैं।

25 जून को इंदौर में मतदान होगा। ये प्रक्रिया इतनी जल्दी होने जा रही है, जिसको लेकर जिला निर्वाचन अब हाइ अलर्ट पर हो गया है। इस बार उसकी ङ्क्षचता का विषय अलग है, क्योंकि इंदौर में 15 जून के आसपास मानसून आ जाता है। बरसात शुरू हो जाती है। ये भी उसकी एक ङ्क्षचता का विषय है। इसके चलते जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी मतदान केंद्रों की बारीकी से जांच करने के निर्देश दिए हैं।

साफ कर दिया है कि केंद्र का निरीक्षण किया जाए और ये पता लगाने का प्रयास किया जाए कि बारिश में पानी तो नहीं टपकता है। ऐसे कोई मतदान केंद्र हों तो उनकी सूची बनाकर तुरंत बदले जाएं। जिला निर्वाचन के पास अभी तीन दिन का समय है। ये काम तुरंत किया जाएगा, जिसके लिए एआरओ को भी काम पर लगाया जा रहा है।

मांगा भारी पुलिस बल
जिला पंचायत चुनाव में निर्वाचन ने भारी पुलिस बल की मांग की है। एक बूथ पर पंच, सरपंच, जनपद और जिला पंचायत के लिए वोट डाले जाएंगे। पंच व सरपंच की गणना तो उसी दिन हो जाएगी, जिसमें संघर्ष की स्थिति बन सकती है। उसे संभालने व टालने के लिए पुलिस बल का होना आवश्यक है। अभी से बता दिया जाएगा तो अतिरिक्त बल की व्यवस्था भी जुटाई जा सकती है। इसके अलावा जनपद व जिला पंचायत की मतपेटियां अलग-अलग स्थलों पर रहेंगीं, जिनकी सुरक्षा आवश्यक है।

सिकरवार को कमान
स्थानीय निर्वाचन को देखते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर मनीष ङ्क्षसह ने दायित्व में बदलाव किया है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी के पद पर डिप्टी कलेक्टर मुनीष सिकरवार को जिम्मेदारी सौंपी है। अब तक ये दायित्व राऊ एसडीओ प्रतुल्ल सिन्हा संभाल रहे थे।