कर्ज माफी नहीं होने के साथ संबल और भावांतर जैसी लाभदायी योजना के बंद करने के मुद्दे को लेकर भाजपा ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को जमकर घेरा। असर परिणाम के रूप में सबके सामने आ गया। इन बिंदुओं पर भाजपा अब बड़े आंदोलन का आगाज करने जा रहे हैं, जिसकी शुरुआत मंगलवार को इंदौर से होने जा रही है। इसका नेतृत्व भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय करेंगे। बंगाल में १८ सीट जिताने के बाद वे पहली बार इंदौर आ रहे हैं।
कल निकलने वाली किसान आक्रोश टै्रक्टर रैली को लेकर भाजपा का संगठन भी खासा सक्रिय है। आंदोलन को कोई हलके में न ले, इसको लेकर कल शाम को संभागीय संगठन मंत्री जयपालसिंह चावड़ा व नगर अध्यक्ष गोपी नेमा ने दो, तीन और राऊ विधानसभा के प्रमुख नेताओं की बैठक बुलाई। उन्हें साफ कर दिया कि तय किए गए मार्ग पर ज्यादा से ज्यादा मंच लगाकर स्वागत किया जाए।
इसके बाद दोनों नेता विधायक महेंद्र हार्डिया के निवास पहुंचे और तैयारियों की रूपरेखा समझी। बाद में महापौर मालिनी गौड़ के निवास पहुंचे। कहना था कि पार्षद तो ठीक व्यापारी संगठनों के भी ज्यादा से ज्यादा मंच लगवाए जाएं। आखिर में वे पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता के यहां पहुंचे। चर्चा के दौरान कौन से वार्ड का कहां मंच लगेगा, ये सूची गुप्ता ने तुरंत हाथ में सौंप दी। इधर, ग्रामीण के नेताओं की भी चावड़ा ने देर रात तक क्लास ली। साफ कहना था कि कुछ भी हो ट्रैक्टरों की संख्या अच्छी होना चाहिए।
दो हजार झंडों से सजाएंगे रैली मार्ग गौरतलब है कि आक्रोश रैली के साथ में विजयवर्गीय का बंगाल फतह के बाद प्रथम नगर आगमन भी है, जिसको लेकर भाजपा माहौल बनाने के मूड में है। प्रत्येक विधानसभा को ३०० से ४०० बड़े झंडे दिए गए हैं, जो उन्हें अपने निर्धारित क्षेत्र में लगाना होंगे। करीब दो हजार से अधिक झंडे सौंप दिए गए हैं। इसके अलावा सभी को साफ कर दिया गया है कि स्वागत मंच से पानी, शरबत, छाछ, कोङ्क्षल्ड्रक, नाश्ते के भी स्टॉल लगाए जाएं ताकि रैली में शामिल होने वालों में उत्साह बना रहे।