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स्वच्छता के लिए गोल्डन सिटी क्लब,सर्वे के लिए मंत्रालय से जानकारी जुटा रहा निगम

पलासिया सेल्फी पॉइंट पर ड्राई वेस्ट से बनी स्वच्छता स्लोगन की आकृति

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इंदौर. स्वच्छता में लगातार ऊंचाई बनाए रखने वाले शहरों का सर्वे अलग से होगा। इसके लिए ‘गोल्डन सिटी क्लब’ तैयार किया गया है। इंदौर पिछले 7 वर्षों से पहले स्थान पर बना हुआ है। अब इंदौर भी इसी क्लब सिटी सर्वे में शामिल होगा। इसकी जानकारी खुद केन्द्रीय मंत्री मनोहरलाल खट्टर ने दी थी। विस्तृत योजना भी मंत्रालय में तैयार की जा रही है। हालांकि, नगर निगम अफसरों के पास फिलहाल विस्तृत जानकारी नहीं पहुंची है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि इसी बार से इस कैटेगरी में सर्वे होगा, जिसमें 20 शहरों को शामिल किया जाएगा। इंदौर का अब मुकाबला शुरुआती 19 शहरों से होगा। इसमें से कई ऐसे शहर हैं, जो स्वच्छता के लिए बेहतर काम कर रहे हैं, लेकिन कई मायनों में इंदौर से काफी पीछे हैं।

निगम ने मंत्रालय से पूछा- सर्वे अभी होगा या अगली बार

हाल ही में दिल्ली में पत्रकार वार्ता आयोजित कर केन्द्रीय मंत्री मनोहरलाल ने एक सवाल पर जवाब दिया था कि इंदौर सहित अन्य ऐसे शहर, जो कि लगातार स्वच्छता में ऊंचे पायदान पर रहते हैं, उनके लिए अलग से सर्वे कराया जाए। इसके लिए ‘गोल्डन सिटी क्लब’ बनाया जाए ताकि दो सर्वे हों। इसमे ‘गोल्डन सिटी क्लब’ के शहरों का एक सर्वे हो तो दूसरा सामान्य श्रेणी का। ‘गोल्डन सिटी क्लब’ में टॉप 20 शहरों का ही चयन होगा। मंत्रालय में बनी योजना को केन्द्रीय मंत्री ने जारी किया है। अब मंत्रालय में बड़े स्तर पर तैयारी शुरू हो गई है। इंदौर नगर निगम ने मंत्रालय को पत्र लिखकर पूछा है कि सर्वे इस साल या अगले साल होगा तथा नए सर्वे से संबंधित बिंदुओं व तारीख की जानकारी मांगी है, ताकि उसके आधार पर ही तैयारी हो।

फायदा : इंदौर जैसा सिस्टम आज भी कई शहरों में नहीं

यदि इस बार से ही ‘गोल्डन सिटी क्लब’ का सर्वे तैयार होता है तो पिछली बार टॉप 20 में आए शहरों का एक-दूसरे से मुकाबला होगा। इसमें इंदौर और सूरत पिछली बार सबसे ज्यादा मजबूत स्थिति में हैं। हालांकि, इंदौर जैसा सिस्टम आज भी कई शहरों में नहीं है। इसमें डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण करना अन्य शहरों के लिए अब भी सबसे बड़ा टास्क है। इंदौर एक मात्र शहर है, जहां करीब 6 लाख स्थानों से गीला-सूखा कचरा पृथक होकर गाड़ियों तक पहुंचता है, जबकि अन्य शहरों में यह व्यवस्था लागू नहीं हो पाई है। हालांकि अब निगम के लिए यह व्यवस्था चुनौती बनी हुई है, जिसको लेकर महापौर और निगमायुक्त प्रयासरत हैं।

‘गोल्डन सिटी क्लब’ में ये शहर हो सकते हैं शामिल

-इंदौर

-सूरत

-नवी मुंबई

-विशाखापत्तनम

-भोपाल

-विजयवाड़ा

-नई दिल्ली

-तिरुपति

-ग्रेटर हैदराबाद

-पूणे

-चंडीगढ़

-रायपुर

-पिंपरी, चिंचवाड़

-नोएडा

-अहमदाबाद

-ग्वालियर

-गुंटूर

-बारामती

-उज्जैन

-पनवेल

-जबलपुर

-मिरा भ्यांदर