डीसीपी हेड क्वार्टर के पास पुलिस लाइन, पेट्रोल ट्रेनिंग व आर्म्स रहेगा तो डीसीपी क्राइम के पास साइबर क्राइम, ऑर्गेनाइज क्राइम ,वी केयर फार और संजीवनी, डीसीपी ट्रैफिक के पास पूरा शहर, डीसीपी इंटेलिजेंस के पास सिक्योरिटी, प्रोटोकॉल, कंट्रोल रूम, डॉयल 100, बम स्क्वॉड और डॉग स्ववॉड तो डीसीपी अजेके के पास महिला थाना, अजेके की कमान होगी। हालांकि, आखिरी तक इसमें कुछ बदलाव होने की पूरी संभावना है। 1990-91 में कटकटसपुर क्षेत्र में दो समुदाय में विवाद से हालात बिगड़ गए थे।
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ये होंगे बदलाव
सीआरपीसी के तहत प्रतिबंधात्मक धारा 151, 110 व 114 लगाने के अधिकार दे रहे हैं लेकिन, शस्त्र लाइसेंस, मिलावटखोरी के खिलाफ कार्रवाई, फायर एनओसी जैसे अधिकार नहीं देने की चर्चा है।
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