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सावधान : इंटरनेट पर नंबर सर्च करते ही हो सकती है आपसे ठगी, पढि़ए काम की खबर

#CyberCrime: सर्विस प्रोवाइडर को फोन लगाते ही ठगों तक पहुंच रहा है आपका मोबाइल नंबर

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सावधान : इंटरनेट पर नंबर सर्च करते ही हो सकती है आपसे ठगी, पढि़ए काम की खबर

सावधान : इंटरनेट पर नंबर सर्च करते ही हो सकती है आपसे ठगी, पढि़ए काम की खबर

इंदौर. मैंने गूगल पर इलेक्ट्राॅनिक उपकरण से संबंधित सर्विस प्रोवाइडर का नंबर सर्च किया। एक नंबर पर मेरी बात हुई। कुछ ही देर बाद मेरे नंबर पर लगातार कई फोन आए। वे कहने लगे, आपने अभी गूगल पर नंबर सर्च किया है, बताइए क्या काम है? हम उपकरण रिपेयर कर देंगे। मैं आश्चर्य में पड़ गया कि इंटरनेट पर सर्च किए एक नंबर पर कॉल लगाने से दूसरे लोगों के पास मेरा मोबाइल नंबर कैसे पहुंच गया?

यह वाक्या गोपुर चौराहे पर रहने वाले विजय के साथ ही नहीं, बल्कि ऐसे कई लोगों के साथ हो रहा है। दअसल, डिजिटल दुनिया में आजकल ठग भी इंटरनेट पर जुगाड़ लगाकर सफेदपोश बन बैठे हैं। ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें देखा जा रहा है कि अगर इंटरनेट पर किसी चीज के लिए नंबर सर्च करने के बाद फोन लगाया जा रहा है तो कॉल करने वाले का नंबर कई अन्य लोगों के पास भी पहुंच जा रहा है। इससे ठगी की आशंका बनी हुई है।

ऐसे पहुंच रहा आपका नंबर ठगोरों तक
सायबर एक्सपर्ट के अनुसार ऑनलाइन नंबर सर्च करने पर जो सर्विस प्रोवाइडर के नंबर आते हैं। उनमें से कई जालसाज भी हो सकते हैं। क्योंकि, वे अपनी लिस्टिंग इंटरनेट पर करवा लेते हैं। लोग भरोसा करके उनसे संपर्क करते हैं। हालांकि, जिस नंबर पर कॉल किया जाता है, वे ठगी नहीं करते लेकिन कॉल करने वाले का नंबर अपने साथियों तक पहुंचा देते हैं और वे कॉलबैक करने अपनी बातों में उलझाते हुए ठगी करते हैं।

केस : 1
और बैंक खाते से कट गई राशि
बंगाली चौराहे पर रहने वाले प्रकाश गुप्ता ने इंटरनेट पर नंबर सर्च कर एक टेलीकॉम कंपनी को फोन लगाया। बात करने के तुरंत बाद दो-तीन प्रतिष्ठित कंपनी के नाम से फोन आए। एक ने बातों में उलझाकर मोबाइल पर एक लिंक भेजी और उसे ओपन करने को कहा, जैसे ही उन्होंने लिंक खोली तो कुछ मिनट बाद ही अकांउट से 2 हजार रुपए ट्रांसफर होने का मैसेज आया।

एक्सपर्ट व्यू @ Indore गौरव रावल, सायबर एक्सपर्ट

अगर आप इंटरनेट पर किसी संस्थान या सर्विस प्रोवाइडर का पता या नंबर ढूंढ रहे हैं तो आपका नंबर ठगों के पास पहुंच सकता है। इंटरनेट पर कई ठग गैंग सक्रिय हैं। ऐसे में हमेशा प्रतिष्ठित कंपनी की वेबसाइट से ही नंबर लेना चाहिए और उसका वेरिफिकेशन फिजिकली करना चाहिए। अपनी निजी जानकारी और लेनदेन किसी अनजान व्यक्ति के साथ साझा न करें। एक छोटी सी गलती, आपका बैंक बैलेंस खाली कर सकती है। ऑनलाइन नंबर सर्च कर संपर्क करने से पहले सभी पहलुओं की जांच करें।