25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

रतन टाटा का एक और कारनामा, दुनिया के ग्रेटेस्ट लिविंग बिजनेस लेजेंड में हुए शामिल

भारत से दुनिया के 100 सबसे महानतम करोबारियों की सूची में रतन टाटा, आर्सेलर मित्तल के सीईओ और चेयरमैन लक्ष्मी मित्तल और विनोद खोसला हैं।

2 min read
Google source verification
Ratan Tata

नई दिल्ली। फोर्ब्स ने दुनिया के सबसे बेहतरीन बिजनेस माइंडेड लोगों की लिस्ट जारी कर दी है। भारतीयों के लिए इस लिस्ट की खास बात ये है कि फोर्ब्स के इस लिस्ट में तीन भारतय लोगों का नाम भी है। भारत से दुनिया के 100 सबसे महानतम करोबारियों की सूची में टाटा के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा , दुनिया की सबसे बड़ी स्टील निर्माता कंपनी आर्सेलर मित्तल के सीईओ और चेयरमैन लक्ष्मी मित्तल और वीसी फार्म खोसला वेंचर के संस्थापक विनोद खोसला हैं। फोर्ब्स की इस लिस्ट में अमेजॉन के संस्थापक जेफ बेजोस, फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग, वर्कशायर हैथवे के वारेन बफेट, माइक्रोसॉफ्ट के बिल गेट्स, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रम्प जैसे बड़े नाम शामिल है।


विनोद खोसला भारतीय मूल के अमेरिकी बिजनेसमैन है। विनोद सन सन माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर भी रहे हैं। विनोद खोसला के वेंचर ने एकेडेमिया डॉट कॉम, बॉयोकन्सोर्टिया और चेकर्स समेत तमाम कंपनियों में निवेश किया है। फोर्ब्स ने विनोद खोसला की कुल संपत्ति का अनुमान नेट वर्थ 1.82 अरब डॉलर बताया है। रतन टाटा, टाटा ग्रुप के चेयरमैन रहा चुके है। रतन टाटा के कार्यकाल के दौरान कंपनी का रेवेन्यू 100 बिलियन डॉलर का आंकड़ा पार किया था। इनको भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, पद्म विभूषण से भी नवाजा जा चुका है। लक्ष्मी मित्तल दूसरे सबसे अमीर भारतीय है। अभी मुकेश अंबानी भारत के सबसे अमीर व्यक्ति है। फोब्र्स के अनुसार लक्ष्मी मित्तल की मौजूदा संपत्ति 16.5 अरब डॉलर है।

फोर्ब्स के 100 साल पूरे

फोर्ब्स की स्थापना के 100 साल पूरे हो चुकें है। इस मैगजीन की शुरूआत स्थापना एक फाइनेंशियल पत्रकार और उनके पार्टर वॉल्टर ड्रे ने 17 सितंबर 1917 को किया था। 100 साल पूरे होने के मौके पर फोर्ब्स ने 100 एंटप्रेन्योर्स, विजिनरीज, और पूंजीवाद के भविष्यवक्ताओं के विचारों का एक इन्साक्लोपीडिया के रूप में संकलन किया है।


इस लिस्ट के लिए फोर्ब्स ने ऐसे नामों को चुना है जिनके किसी भी काम या निर्माण से दुनिया पर स्थायी असर दिख है या ऐसी चीज की खोज किया है जिससे इससे जुड़ी फिल्ड को फायदा हुआ है। फोर्ब्स ने इस लिस्ट को इंटरप्रेनयोरियल कैपिटलिज्म की पूरी सदी का संकलन बताया है। इससे एतिहासिक तौर पर सामूहिक आधार पर निर्माण, उथल-पुथल और नए खोज सामने आएं है।