
नई दिल्ली: लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ गया है, और आर्थिक गतिविधियां जो शुरू भी होंगी उनकी शुरूआत 20 अप्रैल से होगी । इसका मतलब है अप्रैल में बंपर बिक्री वाले फ्रिज, कूलर, एसी ( air conditioner ), पंखा ( fan )जैसे कंज्यूमर ड्यूरेबल्स का कारोबार इस बार ठंडा रहने वाला है। इन सामानों की बिक्री करने वाले व्यापारियों की मानें तो मई में अगर कारोबार शुरू होता है तो भी उनका बिजनेस 30 से 40 फीसदी तक डाउन हो जाएगा और पूरे देश के कारोबारियों को अरबों का नुकसान होगा। हालांकि अब सरकार ने 20 अप्रैल से इन सामानों की ऑनलाइन बिक्री ( amazon, flipkart जैसी वेबसाइट्स पर ये खरीदे जा सकेंगे ) की इजाजत दी है लेकिन इन सामानों की डिलीवरी करने वाले वाहनों को सड़कों पर चलाने के बारे में संबंधित प्राधिकरण से मंजूरी लेनी होगी।
कितना हो सकता है नुकसान-
भारत में रेफ्रिजरेटर ( fridge ) , एसी और पंखे का सालाना करोबार करीब 60 हजार करोड़ रुपये का है और अगर इस साल कोरोना की वजह से इसमें 30 फीसदी के नुकसान होता है। जिसका मतलब है कि बिक्री में करीब 18 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है।
लोगों के आराम के लिए लिया गया फैसला-
ई-कॉमर्स कंपनियों के ‘लॉजिस्टिक’ और सामानों की आपूर्ति से एक बड़ी जनसंख्या जुड़ी है । 25 मार्च से इन लोगों का काम ठप्प पड़ा है । इसीलिए सरकार इन क्षेत्रों को खोलकर कर्मचारियों के एक बड़े तबके के हितों की रक्षा करना चाहती है।
Updated on:
17 Apr 2020 07:36 am
Published on:
16 Apr 2020 09:31 pm
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