28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ऐप वॉर में फ्लिपकार्ट से आगे निकली अमेजन, शीर्ष 10 में तीन नये नाम

हाल ही में सरकार ने ई-कॉमर्स समेत खाद्य उत्पादों के बाजार में सौ फीसदी एफडीआई को मंजूरी दी है, इस हिसाब से काफी निवेश होना चाहिये था, इसके बावजूद बाजार में प्रतिस्पर्धा अब तक बनी हुई है

2 min read
Google source verification

image

Abhishek Tiwari

Jul 01, 2016

Amazon Leads In App Market Over Flipkart

Amazon Leads In App Market Over Flipkart

नई दिल्ली: जनवरी से मार्च की तिमाही में स्मार्टफोन एप्लीकेशन डाउनलोडिंग के मामले में अमेजन ने फ्लिपकार्ट को पछाड़ दिया है। हालांकि एक्टिव यूजर्स की संख्या के मामले में अभी भी फ्लिपकार्ट आगे है। ई-कॉमर्स सेक्टर पर जारी हुई मोबाइल ऐप ट्रैकर एप एनी की रिपोर्ट के मुताबिक शीर्ष 10 रिटेल ऐप्स की सूची में तीन नये नाम ग्रोफर्स, बिगबास्केट और वूनिक सामने आए हैं।

सौ फीसदी एफडीआई की मंजूरी के बावजूद अच्छी नहीं स्थिति


हाल ही में सरकार ने ई-कॉमर्स समेत खाद्य उत्पादों के बाजार में सौ फीसदी एफडीआई को मंजूरी दी है, इस हिसाब से काफी निवेश होना चाहिये था। इसके बावजूद बाजार में प्रतिस्पर्धा अब तक बनी हुई है। ई-कॉमर्स बाजार की स्थिति को इस बात से भी समझा जा सकता है कि अप्रैल में ग्रोफर्स ने अपनी गुड़गांव स्थित अपनी हायपर लोकल पेपरटेप शॉप बंद की थी। बुधवार को ग्रोफर्स ने पहले घोषित किये गये 60नौकरियों के ऑफर को भी बाजार की स्थिति देखते हुए निरस्त कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी अभी अपने कर्मचारियों की संख्या में 10 फीसदी की कटौती करेगी।


2020 तक 20 अरब पार हो सकती है ऐप डाउनलोडिंग की संख्या

ऐप एनी के मुताबिक फिलहाल भारत में एप स्टोर से डाउनलोडिंग की संख्या 770 करोड़ तक पहुंच चुकी है और साल 2020 तक यह आंकड़ा 20 अरब को पार कर सकता है। अमेजन इंडिया के मार्केटिंग डायरेक्टर किशोर थोटा ने बताया कि एप्स पर ग्राहकों के ज्यादा ट्रैफिक को देखते हुए उन्हें निवेश दोगुना कर दिया है। अमेजन.कॉम के सीइओ जेफ बेजॉस ने जून में घोषणा की थी कि कंपनी ने भारत में कंपनी के ऑपरेशन के लिये तीन करोड़ डॉलर के अतिरिक्त फंड को मंजूरी दी है। यह निवेश तब किया जा रहा है जब स्टार्ट-अप्स में बहुत ज्यादा पैसा नहीं लगाया जा रहा है।


पूरी तरह से ऐप पर निर्भरता भी उचित नहीं

ट्रेक्शन टेक्नोलॉजी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल जनवरी से मई के बीच सिर्फ 89.9 करोड़ डॉलर का निवेश हुआ है, जो साल 2015 में इसी अवधि में हुए 1.6 अरब डॉलर के निवेश से काफी कम है। हालांकि कई ई-कॉमर्स फर्मों का मानना है कि पूरी तरह से मोबाइल ऐप पर निर्भर होना भी उचित नहीं है। खासतौर पर फैशन और लाइफ स्टाइल कैटेगरी में काम करने वाली मिंत्रा ने अपना डेस्कटॉप वर्जन फिर से लॉन्च करने का निर्णय लिया है। ऐप डाउनलोडिंग में शीर्ष-10 में पांच कंपनियां फैशन कैटेगरी की हैं, जिनमें मिंत्रा, वूनिक, जबोंग, लाइमरोड और विश शामिल हैं।

ये भी पढ़ें

image