24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

गृहमंत्रालय की गाइडलाइंस के बाद FMCG सेक्टर ने ली राहत की सांस

लॉकडाउन 2 में नहीं रुकेगा काम 20 तारीख से काम होगा शुरू जरूरी सामान के उत्पादकों न जाहिर की खुशी

2 min read
Google source verification
fmcg sector

नई दिल्ली: लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है, लेकिन इस बढ़े हुए लॉकडाउन में सरकार ने कुछ उद्योग धंधों को काम करने की इजाजत दी है। FMCG सेक्टर सरकार के इस कदम से काफी खुश है और उद्योग जगत के दिग्गज Dabur, ITC, और Parle Products का कहना है कि सरकार के इस कदम से आपूर्ति लगातार हो पाएगी। आपको बता दें कि 21 दिनों के लॉकडाउन में भी सरकार ने जरूरी उद्योग दंधों को काम करे की इजाजत दे रखी थी लेकिन ट्रांसपोर्टेशन फैसिलिटी न होने की वजह से इनका प्रोडक्शन प्रभावित होगा और लगभग सभी सेक्टर्स ने कूरियर और डिलीवरी को फ्री करने की मांग सरकार के सामने रखी थी ।

लॉकडाउन एक्सटेंशन के लिए कितना तैयार है FMCG सेक्टर, डिलीवरी में दिक्कत है मुख्य समस्या

इससे अलग मोबाइल कंपनियों का कहना है कि उन्हें प्रोडक्शन को लाइन पर लाने में थोड़ा वक्त लग जाएगा। कंपनियों का कहना है कि 20 अप्रैल से काम शुरू होने के साथ ही चीजें ठीक नहीं हो जाएगी लेकिन ठीक होने की शुरूआत जरूर हो जाएगी।

वहीं गोदरेज भी 20 अप्रैल से अपने दोनों प्लाटंस पर काम शुरू होने के लिए आशान्वित है। आपको मालूम हो कि गोदरेज ने ही सरकार से इससे पहले ट्रांसपोर्टेश और डिलीवरी सर्विसेज को ढील देने की बात कही थी । इसके अलावा कंपनियों ने सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से ज्यादा लंबी शिफ्ट में काम करने की इजाजत मांगी है।

छोटे बिजनेसमैन को हाईटेक बनाने की कवायद शुरू, रिसर्च के लिए दिये जाएंगे 50 लाख रुपए

आने वाले वक्त में बदलेगा प्रोडक्शन पैटर्न- लॉकडाउन की वजह से लोगों के खान-पान की आदतों में जबरदस्त परिवर्तन देखने को मिल रहा है । लोग ज्यादातर घर में कंज्यूम की जाने वाली चीजों की खरीदारी करते नजर आ रह हैं। Keventer Agro जैसे इंडस्ट्री के दिग्गजों का कहना है कि लॉकडाउन FMCG सेक्टर के लिए रीसेट बटन का काम करेगा। उद्योग जगत को अपने प्रोडक्शन पैटर्न से लेकर फैक्ट्री में काम करने का पैटर्न भी बदलना होगा। आने वाले वक्त में लोग हेल्दी फूड लेना पसंद करेंगे और कंपनियों को उसी हिसाब से प्रोडक्ट प्लान करने होंगे।