
नई दिल्ली। जीएसटी के 100 दिन पूरे हो चुके है। 100 दिन के बाद एफएमसीजी सेक्टर की बड़ी कंपनियां डाबर, गोदरेज को अब डिमांड बढऩे की उम्मीद दिखने लगी है। दरअसल नए सिस्टम को समझने और सुचारु रूप से चलाने में समय लगने के कारण इस सेक्टर को झटका लगा था। और बिक्री में गिरावट देखी गई थी। गौरतलब है कि जीएसटी लागू होने से हिंदुस्तान यूनीलीवर, डाबर, मैरिको और इमामी समेत टॉप एफएमसीजी कंपनियों की पहली तिमाही के मुनाफे में गिरावट देखी गई। लेकिन अब कंपनियां को उम्मीद है कि अगले तिमाहियों से ग्रोथ दिखने लगेगी।
ज्यादातर कंपनियों का घट गया था मुनाफा :
पहले तिमाही में डाबर इंडिया, इमामी मैरिको और गोदरेज के शुद्ध मुनाफे में गिरावट दर्ज की गई। डाबर इंडिया का लाभ 9.80 फीसदी गिरकर 264.86 करोड़ रुपए रहा। वहीं मैरिको का कनसोलिडेटेड मुनाफा11.92 फीसदी घटकर 235.94 करोड़ रुपए व गोदरेज कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स लिमिटेड का कनसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 8.70 फीसदी गिरकर 225.17 करोड़ रुपए दर्ज किया गया।
नहीं था स्टॉक
कंपनियों ने अपने वित्तीय बयानों में कहा कि जीएसटी लागू होने से पहले चैनल पार्टनर्स द्वारा निकाले गए स्टॉक के चलते उनकी बिक्री प्रभावित हुई। गोदरेज ग्रुव के चेयरमैन आदि गोदरेज ने कहा कि ऐसी उम्मीद थी कि कंपनियों का प्रदर्शन उत्साहजनक नहीं होगा क्योंकि स्टॉक नहीं है। कंपनियां निश्चित तौर पर बेहतरीन प्रदर्शन करतीं अगर जीएसटी लागू नहीं हुआ होता।
क्यों लौटेगी तेजी
एफएमसीजी कंपनियों में तीसरे क्वार्टर से रिकवरी आने की उम्मीद है। मार्केट एक्सपर्ट रजनीश खोसला का कहना है कि जीएसटी के चलते मानसून सीजन रहने से रूरल डिमांड मजबूत रहने की उम्मीद है, वहीं फेस्टिव सीजन का भी फायदा सेक्टर को मिलेगा। नोटबंदी और जीएसटी के बाद खासतौर में रूरल एरिया में कैश-क्राइसिस की जो स्थिति बनी थी, उसमें सुधार हुआ है। अधिकांश इलाकों में मानसून बेहतर रहने से अर्निंग भी बढऩे की उम्मीद है।
इन कंपनियों के मुनाफा घटा
डाबर - 9.8 फीसदी
मैरिको - 11.2 फीसदी
गोदरेज - 8.70 फीसदी
Published on:
09 Oct 2017 10:07 am
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