19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इंडिगो-स्पाइसजेट ने इस मुफ्त सेवा पर लगाई भारी भरकम फीस, हवाई सफर महंगा होने पर बिफरे यात्री

यात्रियों ने विमानन कंपनियों के इस कदम का विरोध भी शुरू कर दिया है।  

2 min read
Google source verification
Indigo Airlines

इंडिगो-स्पाइसजेट ने इस मुफ्त सेवा पर लगाई भारी भरकम फीस, हवाई सफर महंगा होने पर बिफरे यात्री

नई दिल्ली। यदि आप हवाई सफर के दौरान चेक इन काउंटर पर लाइन से बचने के लिए वेब चेक इन का सहारा लेते हैं तो अब आपके लिए यह महंगा पड़ने वाला है। देश में किफायती एयरलाइन के रूप में मशहूर विमानन कंपनी इंडिगो और स्पाइसजेट ने वेब चेक इन करने पर फीस लगा दी है। यह फीस 100 रुपए से लेकर 800 रुपए तक है। एयरपोर्ट पर चेक इन की सुविधा पहले की तरह मुफ्त है। वित्तीय संकट से जूझ रहीं दोनों विमानन कंपनियों ने यह कदम अपनी आय बढ़ाने के लिए उठाया है। हालांकि, यात्रियों ने विमानन कंपनियों के इस कदम का विरोध भी शुरू कर दिया है।

वेब चेक इन में सभी सीटों पर लगाई फीस

वेब चेक इन को लेकर इंडिगो एयरलाइंस ने नियमों में बदलाव किया है। यह बदलाव 14 नवंबर से लागू हो गए हैं। नियमों में बदलाव को लेकर कंपनी ने रविवार को ट्वीटर पर जानकारी दी। कंपनी ने कहा है कि नए नियमों के अनुसार वेब चेक इन के दौरान सभी सीटों पर फीस लगाई गई है। वहीं एयरपोर्ट पर यह सुविधा मुफ्त रहेगी, जहां पर उपलब्धता के आधार पर सीटों का आवंटन होता है। आपको बता दें कि इंडिगो को पहली तिमाही में में 651 करोड़ रुपए का नुकसान हुए है। कंपनी का कहना है कि महंगे तेल और रुपए की गिरावट के कारण परिचालन में ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है।

सीट के अनुसार अलग-अलग होगी फीस

विमानन सेवा कंपनी इंडिगो के अनुसार, वेब चेकइन के दौरान यात्रियों से 100 रुपए से लेकर 800 रुपए तक की फीस ली जाएगी। यह फीस सीट की स्थिति पर निर्भर करेगी। कंपनी के अनुसार, पहली दो लाइनों के लिए 800 रुपए अतिरिक्त लिए जाएंगे। आपातकालीन निकास से ठीक आगे 12वीं लाइन की न झुकने वाली सीटों के लिए 600 रुपए अतिरिक्त लिए जाएंगे। इसके अलावा अंतिम लाइन का मध्य वाली सीटों के लिए 100 रुपए अतिरिकत लिए जाएंगे। यह सभी चार्ज ऑनलाइन चेक इन के लिए मान्य होंगे।

विमानन मंत्रालय ने लिया संज्ञान

वेब चेक इन के दौरान सीट के हिसाब से फीस लगाने के मामले पर विमानन मंत्रालय ने भी ट्वीट किया है। मंत्रालय ने कहा है कि उन्हें इस बात की जानकारी है और वह इस बात की जांच कर रहे हैं कि यह अतिरिक्त फीस अनबंडल्ड प्राइसिंग के तहत आती है या नहीं। आपको बता दें कि विमानन रेगूलेटर ने विमानन कंपनियों को हर तरह की सेवा के लिए अलग फीस लगाने की मंजूरी दे रखी है। यही कारण है कि विमानन कंपनियां बैगेज फीस, कैंसिलेशन फीस और सीट सिलेक्शन के लिए अलग फीस लेते हैं। यह फीस टिकट में शामिल नहीं होती है।