नई दिल्ली. मजबूत होती अमरीकी अर्थव्यवस्था को देखते हुए फेडरल रिजर्व ने ब्याज दर में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी की है। इसके चलते अमरीका में ब्याज दरें बढ़कर 0.50 से 0.75 फीसदी हो गई हैं। फेड ने अगले साल ब्याज दरों में तीन और बढ़ोतरी की संभावना जताई है। एक्सपर्ट का मानना है कि ब्याज दर बढऩे से डॉलर इंडेक्स में मजबूती आएगी और रुपए के मूल्य में और गिरावट। इसका प्रतिकूल असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर होगा। इससे मार्केट में औैर गिरावट आ सकती है। वहीं, क्रूड महंगा होने से भारत सरकार के लिए मुसीबत और बढऩे जा रही है। इससे पेट्रोल-डीजल महंगा होना लगभग तय है, जिससे महंगाई के मोर्चे पर भी सरकार के लिए संकट गहरा सकता है। फेड ने इसके बाद कम से कम तीन बार और रेट रिवाइज के संकेत दिए हैं, ऐसे में उसका यह आक्रामक रुख भारत के लिए किसी खतरे की घंटी से कम नहीं है।