
दिवालिया हो रहे जेट एयरवेज की मदद करेगा टाटा ग्रुप, खरीद सकता है हिस्सेदारी
नई दिल्ली। जेट एयरवेज लगातार घाटे में चल रही है। दिवालीया होने की कगार पर खड़ी जेट एयरवेज खुद को इस वित्तीय संकट से उबारने के लिए हर मुमकिन कोशिश करने में लगे हुए है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जेट एयरवेज को टाटा सन्स खरीद सकती है। दोनों के बीच इस सौदे को लेकर जोरों-शोरों से बातचीत चल रही है। बताया जा रहा है कि जेट को खरीदने में टाटा की काफी दिलचस्पी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक टाटा सन्स पूरी एयरलाइंस की बजाय जेट के प्लेन समेत उसके असेट्स को खरीद सकती है।
टाटा संस खरीद सकते हैं जेट एयरवेज
इस मामले में टाटा संस के मुख्य वित्तीय अधिकारी सौरभ अग्रवाल और जेट एयरवेज का अध्यक्ष नरेश गोयल में मुलाकात कर चर्चा की है। सोमवार को लगातार तीसरे तिमाही नुकसान के बाद कर्जे में चल रही जेट एयरवेज ने कहा कि उसने लागत कम करने और राजस्व बढ़ाने के प्रयासों के तहत कम लाभदायक मार्गों पर उड़ानों में कटौती करने की योजना बनाई है। तेल (एटीएफ) के बढ़ते दाम और एयरलाइंस कंपनियों के बीच भारी कंपीटिशन की वजह से जेट एयरवेज को लगातार तीसरी तिमाही में घाटा हुआ है। एयरलाइंस का घाटा बढ़ कर 13 अरब रुपए पहुंच गया है।
नरेश गोयल कंपनी को बचाने के लिए कर रहे ये काम
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जेट एयरवेज में नरेश गोयल की हिस्सेदारी 51 फीसदी है और वह कंपनी को बचाने के लिए इसका कुछ हिस्सा बेचना चाहते हैं। हाल ही में खबर आई थी कि नरेश गोयल इस सिलसीले में मुकेश अंबानी से भी मुलाकात कर चुके हैं। साथ ही नरेश गोयल कई विदेशी एयरलाइंस से भी बातचीत कर रहे हैं। आपको बता दें कि घाटे की वजह से 2013 में उन्होंने जेट एयरवेज में अपनी 24 फीसदी हिस्सेदारी इतिहाद एयरवेज को बेच दी थी। यह हिस्सेदारी सरकार की ओर से घरेलू एयरलाइंस में विदशी एयरलाइंस की हिस्सेदारी बढ़ा कर 49 फीसदी करने के बाद बेची गई थी।
Published on:
14 Nov 2018 02:18 pm
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