गोपनीय रखी गई थी पूरी कार्रवाई की योजना-
पुलिस, प्रशासन और नगर निगम के संयुक्त अमले ने पूरी कार्रवाई की योजना गोपनीय रखी थी। इसकी तैयारी गुरुवार को ही पूरी कर ली गई थी। नगर निगम के अतिक्रमण अमले को रात में ही बुला लिया गया था। पुलिस को भी रात में ही ब्रीफ कर दिया गया था। कार्रवाई के लिए पुलिस और प्रशासन का पूरा अमला लगा दिया गया था। सुबह 6 बजे ही पूरा अमला मौके पर पहुंच गया। चारों तरफ से बुलडोजर और जेसीबी मशीनें लगाकर दरबार को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू हुई तो विरोध के उठे स्वर को पुलिस ने सख्ती से दबा दिया। इस दौरान हल्का बल प्रयोग कर कार्रवाई का विरोध करने पहुंचे लोगों को खदेड़ दिया गया।
ये पहुंचा था अमला-
एडीएम संदीप जीआर, एएसपी सिटी अमित कुमार, एएसपी ग्रामीण शिवेश सिंह बघेल, निगम के अपर आयुक्त रोहित कौशल, सीएसपी ओमती आरडी भारद्वाज, सीएसपी गढ़ा रोहित काशवानी, सीएसपी गोहलपुर अखिलेश गौर, सीएसपी रांझी कौशल सिंह, एसडीएम आशीष पाण्डे, नम: शिवाय अरजरिया सहित टीआई कोतवाली, ओमती, रांझी, गोरखपुर, बेलबाग, सिविल लाइन, मदन महल, खमरिया, अधारताल, चरगवां, पाटन, थाने के बल के साथ रक्षित निरीक्षक सौरभ तिवारी अतिरिक्त बल के साथ और नगर निगम के संभागीय अधिकारी राकेश तिवारी, अतिक्रमण दस्ता प्रभारी सागर बोरकर मौजूद थे।