stfFraud:भोपाल एसटीएफ के हत्थे चढ़े जालसाज दिलशाद की पांच पत्नियां जबलपुर में तो पांचवीं भोपाल में रहती है, 23 से पहले उसे लेकर जबलपुर आएगी टीम
जबलपुर•Oct 18, 2019 / 11:53 am•
santosh singh
stf areested
जबलपुर. एम्स भोपाल में नर्स पद पर भर्ती और नियुक्तिका झांसा देकर ठगी करने के मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के हत्थे चढ़े जबलपुर निवासी मास्टरमाइंड दिलशाद के कई कारनामे सामने आ रहे हैं। गुरुवार को उसकी
शहर में रह रही चारों पत्नियों से पूछताछ करने के लिए भोपाल एसटीएफ 23 अक्टूबर के पहले आएगी। अस्पताल का संचालन करने वाली उसकी चौथी पत्नी से भी पूछताछ में कई अहम जानकारी सामने आई है। स्थानीय पुलिस भी उसके खिलाफ जानकारी जुटा रही है।
23 अक्टूबर तक रिमांड पर एसटीएफ ने लिया
दिलशाद रांझी थाना क्षेत्र अंतर्गत वीकल में रहता है। यहीं पर उसकी चार पत्नियां भी रहती हैं। यहां उसका एक बड़ा बाड़ा हैं। इसमें वह सोनम इंटरप्राईजेज फर्म नाम से अगरबत्ती की फैक्ट्री चला रहा है। इसके अलावा वह भाईजान नाम से डेयरी भी चलाता है। उसकी चौथी पत्नी बीएएमएस है और अधारताल थानांतर्गत आदर्श नगर में खिदमत नाम से गायनिक अस्पताल का संचालन करती है। इस अस्पताल में दिलशाद डायरेक्टर है। भोपाल एसटीएफ ने दिलशाद और उसके साथ दबोचे गए आलोक कुमार बामने को 23 अक्टूबर तक रिमांड पर लिया है। भोपाल एसटीएफ में उपनिरीक्षक आदित्य शर्मा ने बताया कि 23 से पहले वह दिलशाद को लेकर जबलपुर आएंगे।
जबलपुर में भी कई लोगों से ठगी
पूछताछ में पता चला कि दिलशाद नर्स सहित स्वास्थ्य विभाग में अन्य नौकरी दिलाने का झांसा देकर जबलपुर में भी कई लोगों से ठगी की है। उसकी गिरफ्तारी के बाद ऐसे लोगों के सामने आने की बात आई है। कुछ ने भोपाल एसटीएफ से सम्पर्क कर इसकी जानकारी भी दी है।
ये है मामला
भोपाल एसटीएफ ने दिलशाद व भोपाल निवासी आलोक बामने को बुधवार को डोडी से गिरफ्तार किया था। दोनों 50 से अधिक महिलाओं को भोपाल एम्स में नर्स की नौकरी दिलाने का झांसा देकर चार से पांच लाख की ठगी की है। दिलशाद की पांचवीं पत्नी पिपलिया पैंदे खां में रहती है। उसके कमरे की तलाशी में फर्जी दस्तावेज और नियुक्तियों से सम्बंधित रिकॉर्ड जब्त किए गए।
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