मान्यता है कि महाकाली की उपासना से मन्नतें पूरी होती हैं। जूलूस मार्ग पर श्रद्धालुओं ने भगवती के दर्शन के लिए घंटो प्रतीक्षा की। आगा चौक, रानीताल, राइट टाउन, मदन महल, छोटीलाइन फाटक से ग्वारीघाट में महाकाली के दर्शन और पूजा के लिए मंच लगाए गए। जुलूस शुरू हुआ तो मार्ग में भक्तों की संख्या अधिक होने के कारण आगे बढऩे की रफ्तार बहुत धीमी थी। इस मौके पर मंच लगाने वाले भक्तों ने यातायात व्यवस्था में सहयोग किया। जुलूस में शामिल लोगों के अनुसार ग्वारीघाट में पहुंचने में महाकाली की महाआरती और प्रार्थना के बाद विसर्जन किया जाएगा। विसर्जन कुंड के समीप भी काफी संख्या में श्रद्धालु नृत्य एवं भजन कीर्तन करते हैं।