अब निजी अस्पतालों में होगा कोरोना संक्रमितों का उपचार
जबलपुरPublished: Jul 12, 2020 07:59:05 pm
जबलपुर में सामान्य लक्षण वाले मरीजों के लिए तैयार होंगे हॉस्टल
Corona Update : लगातार बिगड़ रहे हैं शहर में हालात, अब तक सामने आए 841 पॉजिटिव केस
जबलपुर। प्राइवेट अस्पताल में भी अब कोरोना संक्रमित व्यक्तिका उपचार होगा। जबलपुर में आयुष्मान योजना से जुड़े प्राइवेट अस्पताल अब किसी कोविड मरीज को भर्ती करने और उपचार से मना नहीं कर सकेंगे। जिले में कोविड-19 पॉजिटिव केस में एकाएक वृद्धि के बाद संक्रमितों के उपचार और उन्हें भर्ती करने के लिए अस्पताल और पलंग की संख्या बढ़ाने की कवायद शुरूकर दी गई है। इस सम्बंध में शनिवार को मेडिकल कॉलेज, कलेक्ट्रेट में दिशा और फिर जिला आपदा प्रबंधन के जिम्मेदारों के साथ कमिश्नर महेशचंद्र चौधरी और कलेक्टर भरत यादव ने अलग-अलग बैठक की। जिम्मेदारों के सुझाव पर कोरोना मरीजों का भर्ती करने की व्यवस्था में बड़े बदलाव का निर्णय हुआ है। बैठक में फिर से पुरानी मॉडल पर लौटते हुए तय किया गया कि मेडिकल कॉलेज में सिर्फ गम्भीर कोरोना संक्रमित ही रेफर किए जाएंगे। सामान्य लक्षण वाले संक्रमितों को हॉस्टल में रखा जाएगा। सुखसागर मेडिकल कॉलेज का कोविड केयर सेंटर काम करता रहेगा। बैठक में सांसद राकेश सिंह, सीएमएचओ डॉ. रत्नेश कुररिया भी शामिल थे।
यह होगी नई व्यवस्था
– विक्टोरिया अस्पताल का कोविड वार्ड खाली होगा। अस्पताल में सामान्य एवं अन्य बीमारियोंं- कोविड केस के अलावा से पीडि़त मरीजों का उपचार और उन्हें भर्ती किया जाएगा।
– मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में गम्भीर कोरोना संक्रमितों का उपचार किया जाएगा। मेडिकल अस्पताल की बिल्ंिडग में अन्य बीमारी के पीडि़तों का उपचार होगा।
– सुखसागर अस्पताल को कोरोना मरीजों के उपचार के एक सेंटर में बदला जाएगा। यहां ऑक्सीजन एवं वेंटीलेटर सुविधाओं का उपयोग होगा। ज्यादा मरीज भर्ती किए जाएंगे।
– आयुष्मान योजना से जुड़े निजी अस्पताल में 10 प्रतिशत बिस्तर कोरोना मरीज के लिए होंगे। अस्पताल मरीज को सीधे रेफर नहीं कर सकेंगे। उन्हें उचित उपचार करना होगा।
– शहर के एक निजी अस्पताल को कोविड डेडीकेटेड हॉस्पिटल बनाने का प्रस्ताव है। इसके लिए और निजी कोविड केयर सेंटर के लिए शीघ्र आवश्यक अनुबंध किया जाएगा।
डॉक्टरों के सुझाव पर दो बड़े निर्णय
मेडिकल कॉलेज में सम्भागायुक्तमहेशचंद्र चौधरी ने शनिवार को कोरोनो संक्रमण और सुविधाओं को लेकर समीक्षा बैठक की। बैठक में डीन डॉ. पीके कसार और स्कूल ऑफ एक्सीलेंस इन पल्मोनरी मेडिसिन के डायरेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार भार्गव ने रविवार के लॉकडाउन को कारगार बताया। मेडिकल कॉलेज में बैठक में डॉक्टर्स ने ए-सिम्पोटोमेटिक और माइल्ड लक्षण वाले कोविड मरीजों को रेफर किए जाने का मामला उठाया। डॉक्टरों का कहना था कि सामान्य लक्षण वाले मरीजों के उपचार में विशेषज्ञ चिकित्सकों के जुटने से अन्य मरीजों को बेहतर उपचार देने में समस्या हो रही है। यहां सिर्फ कोरोना संक्रमित गम्भीर मरीज ही भेजे जाएं।
तीन दिन बाद सिर्फ वीआईपी बचेंगे
निजी अस्पताल को शुल्क भुगतान को लेकर खींचतान के बीच प्रशासन ने सुखसागर कोविड केयर सेंटर बंद करने की गुपचुप तैयारी कर ली थी। वहां संक्रमित भर्ती करना भी बंद कर दिए गए थे। अस्पताल की बिल्ंिडग और हॉस्टल मिलाकर अभी करीब 20-25 मरीज ही भर्ती थे। इन सभी के 15 जुलाई तक डिस्चार्ज की कवायद है। लेकिन, अचानक कुछ वीआईपी कोरोना संक्रमित मिलने पर उन्हें सुखसागर में गेस्ट हाउस में भर्ती किया गया। ये करीब दस संक्रमित हैं। इनके साथ ही अब मेडिकल में भार कम करने और विक्टोरिया का कोविड वार्ड खत्म करने की नई योजना से सुखसागर कोविड केयर सेंटर में फिर से संक्रमित भेजने की तैयारी है।