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जबलपुर में पौंडा और कटंगी दो नई तहसील

मझौली और पाटन का विखंडन, शासन को भेजा प्रस्ताव

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Katangi

Paunda and Katangi are two new tehsils in Jabalpur

ज्ञानी रजक@जबलपुर.जिले में जल्द ही दो नई तहसीलों का गठन होगा। क्षेत्रीयजन की सुविधा और प्रशासनिक कार्यों में प्रशासन ने कटंगी और पौड़ा को तहसील का दर्जा देने के लिए प्रदेश शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। पाटन और मझौली तहसील का विखंडन कर इनका गठन किया जाएगा। इसका फायदा क्षेत्रीयजनों को होगा। प्रशासनिक तौर पर भी कार्य सुविधाजनक रूप से हो सकेंगे।

कटंगी और पौड़ा को नई तहसील बनाने की मांग लम्बे समय से चल रही है। इसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने इस दिशा में कार्रवाई करते हुए शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। इसमें नई तहसीलों के गठन के फायदों से अवगत कराया गया है। कौन से पटवारी हल्का और ग्राम विखंडन के बाद पुरानी और नई तहसीलों में रहेंगे, इनका उल्लेख किया गया है। ये तहसील बन जाती हैं, तो जिले में इनकी संख्या 10 से बढ़कर 12 हो जाएगी।

अभी ये हैं तहसीलें

पनागर, पाटन, मझौली, सिहोरा, शहपुरा, कुंडम, जबलपुर, गोरखपुर, रांझी, अधारताल।

यह होगी स्थति

पौड़ा

पटवारी हल्का 43

गांव की संख्या 100

कुल क्षेत्रफल 30411

आबादी 84142

कटंगी

पटवारी हल्का 32

गांव की संख्या 96

कुल क्षेत्रफल 25448

आबादी 63731

नोट- क्षेत्रफल हेक्टेयर में

बरगी का प्रस्ताव भी शासन के पास

इससे पहले बरगी का प्रस्ताव भी शासन के पास गया था। वर्ष 2019 में जिले की 11वीं तहसील के रूप में इसके गठन के लिए प्रयास किए गए थे। विधायक संजय यादव ने इसका प्रस्ताव दिया था। शासन ने इसमें कुछ संशोधन मांगे थे। उसी आधार पर 3 बार प्रस्ताव को संशोधित किया गया है। शासन इसका अवलोकन कर रहा है। माना जा रहा है कि एक साथ जिले को तीन तहसीलों की सौगात मिल सकती है। ऐसे में लोगों को प्रशासनिक कामों के लिए दूर नहीं जाना पडे़गा।

दो बार बदलना पड़ता है वाहन

मझौली तहसील के अंतर्गत वर्तमान में 85 हल्के और 225 राजस्व ग्राम आते हैं। हल्कों की दूरी मुख्यालय से 30 से 40 किमी है। लोगों को मझौली पहुंचने के लिए दो बार वाहन बदलना पड़ता है। भौगोलिक सीमा इस प्रकार है कि उन्हें सिहोरा होकर पहुंचना पड़ता है। इसे ध्यान में रखकर राजस्व निरीक्षक मंडल पौंड़ा को अलग कर इसे तहसील बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके अंतर्गत 43 पटवारी हल्के और 100 गांव आते हैं।

मुख्यालय की दूरी होगी कम

पाटन तहसील के अंतर्गत कटंगी अभी उप तहसील के रूप में कार्य कर रही है। इन दोनों के बीच की दूरी 20 किमी है। इस तहसील का दायरा भी 30 से 35 किमी तक है। आखिरी गांव की दूरी 35 किमी से अधिक है। इसलिए कटंगी को पूर्ण रूप से तहसील बनाने की कवायद की जा रही है। पाटन तहसील में अभी 230 ग्राम और 81 पटवारी हल्के आते हैं। विखंडन के रूप में कटंगी में 96 गांव और 32 पटवारी हल्के रहे जाएंगे।

पाटन और मझौली का विखंडन कर कटंगी तथा पौड़ा को नई तहसील बनाने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। इसमें तमाम प्रकार की जानकारियों का उल्लेख किया गया है। स्वीकृति मिलने पर आगे कार्यवाही की जाएगी।

ललित ग्वालवंशी, अधीक्षक, भू अभिलेख