जिम आधारित फिटनेस पाठ्यक्रम एक वर्षीय होगा। इसे डिप्लोमा इन फिटनेस कोर्स कहा जाएगा। इसमें फिटनेस साइंस, एक्सरसाइज प्रिसिंपल्स, एयरोबिक ट्रेनिंग, जिम एक्सरसाइज विथ मशीन, फुल बॉडी वर्कआउट, फ्लेक्सीबिलिटी ट्रेनिंग, बॉडी शेपिंग, फिगर कंट्रोल जैसी विधाएं शामिल होंगी। जानकारों के अनुसार विवि में पहले से फिजिकल एजुकेशन की पढ़ाई कराई जा रही है। विवि के पसा बीपीएड, एमपीएड के प्रशिक्षक हैं, जिनके मार्गदर्शन में कई खेल प्रतियोगिताओं में विवि ने सफलता अर्जित की है।
नहीं खरीदने पड़ेंगे उपकरण
विश्वविद्यालय के पास स्वयं की जिम है। इसमें ए मल्टी स्टेशन, टमी ट्रिमर, रनिंग मशीन, वर्कआउट मशीन, वेट लिफ्टिंग मशीन, ट्रेडमिल, एक्सरसाइज मशीन, मल्टी जिम, बैंच, लेग कर्ल, फिटनेस बाइक जैसे उपकरण शामिल हैं।
हर वर्ग फिटनेस को लेकर जागरूक हो रहा है। लेकिन, इसके लिए कोई पाठ्यक्रम नहीं हैं। जिम से जुड़े फिटनेस पाठ्यक्रम को लेकर समिति को प्रस्ताव भेजा था, जिसे समन्वय समिति से मंजूरी मिल गई है। अब विश्वविद्यालय इसकी शुरुआत करने जा रहा है। यह युवाओं के लिए रोजगार का माध्यम भी बनेगा।
– प्रो. कपिलदेव मिश्र, कुलपति, रादुविवि