
UP News: 60 हजार की रिश्वत लेते JE गिरफ्तार..
Richest engineer : आय से अधिक संपत्ति के मामले में धराए विद्युत वितरण कंपनी के अभियंता यू एस पाराशर के मामले में एक और विसंगति सामने आई है। मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के कटनी जिले में पदस्थ कार्यपालन अभियंता यूएस पाराशर की पदोन्नति 5 मई को स्थगित कर दी थी। उसे कोर्ट में लंबित प्रकरणों के निस्तारण तक वापस सहायक अभियंता बना दिया गया था। इसके बावजूद वह कार्यपालन अभियंता के पद पर काबिज रहा।
उल्लेखनीय है कि आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) की टीम ने शनिवार को पाराशर के नरसिंहपुर स्थित निवास और फैक्ट्री पर छापा मारकर साढ़े पांच करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति का खुलासा किया था। जो उसकी आय से काफी अधिक है। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और आय से अधिक संपत्ति का प्रकरण दर्ज किया गया था।
पाराशर सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत था। सुप्रीम कोर्ट में दायर रिट याचिका में पारित निर्णय और अवमानना याचिका के परिपालन में कम्पनी ने 25 नवम्बर 2024 को उसे कार्यपालन अभियंता के पद पर पदोन्नत कर दिया था। इसके बाद कई और कर्मचारी सुप्रीम कोर्ट गए। कम्पनी ने अपील याचिका दायर की, जिसमें कई मामलो में कम्पनी को स्थगन आदेश मिल गया। इसके बाद कम्पनी की महाप्रबंधक नीता राठौर ने आदेश जारी कर याचिकाओं के अंतिम निर्णय आने तक पाराशर के प्रमोशन को स्थगित कर दिया था।
टीम को पाराशर के नरसिंहपुर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक तीन मंजिला और एक दो मंजिला मकान मिले। इनकी कीमत डेढ़ करोड रुपए है। वहीं करेली के ग्राम बिनैर में कॉमन बायो केमिकल वेस्ट फैक्टरी भी मिली, जिसकी अनुमानित कीमत तीन करोड़ रुपए है। कार्रवाई के दौरान 60 लाख रुपए कीमत के पांच चार पहिया और एक दुपहिया वाहन और घर में 18 लाख 16 हजार 955 रुपए मिले थे। वहीं घर में करीब ३6 लाख 4३ हजार रुपए का फर्नीचर और सामान भी मिला।
Updated on:
12 May 2025 12:01 pm
Published on:
12 May 2025 11:59 am
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