जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी 1 नवंबर से शुरु हो रही है, जिसमें अब केवल 20 दिन ही शेष रह गए हैं। जिले के 75 धान खरीदी में धान खरीदी से संबंधित सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। इस साल 50 हजार 13 किसानों ने धान बेचने पंजीयन करवाया है।
शहर से नजदीक स्थित पल्ली, मंगडूकचोरा, सरगीपाल और सेमरा स्थित धान खरीदी केन्द्रों में बारदानों की व्यवस्था पीडीएस से की जाएगी। जिला सहकारी बैंक के द्वारा धान बेचने पहुंचने वाले किसानों के लिए पानी, बैठने के लिए कुर्सियां और शौचालय की व्यवस्था करने के निर्देशित किया गया है। बारदाना, भूसा, तौल मशीन और बायोमेट्रिक उपकरण पहुंचाने का शुरु कर दिया गया है। इस साल 20 क्विंटल तक धान खरीदी होने से धान रखने जगह कम पड़ सकती है। इसके लिए चबुतरा का निर्माण करवाया जा रहा है, साथ ही भूसें के बोरियों के ऊपर धान को रखने की व्यवस्था की जा रही है। धान खरीदी की तैयारियों को लेकर लैम्पस प्रभारियों को शासन के द्वारा निर्देशित किया गया है।
- धान की कालाबाजारी रोकने विशेष तैयारी
बस्तर के सीमावर्ती इलाकों में बाहरी राज्यों का धान बिचौलिए खपाते हैं, लेकिन इस बार प्रशासन ने धान की कालाबाजारी रोकने के लिए विशेष तैयारी की है। ऐसे में धान खरीदी को देखते हुए छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों में पुलिस व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी।
- अभी कितनी है धान की कीमत
छत्तीसगढ़ में 2023 में 2800 रुपए प्रति क्विंटल देने की घोषणा की। अभी तक राज्य सरकार 2640 रुपए में धान खरीद रही है। इसमें 2040 समर्थन मूल्य और 600 रुपए प्रोत्साहन राशि हैं। इसके साथ ही प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदने का भी फैसला सरकार ने लिया है।
- वर्जनधान खरीदी से पूर्व केन्द्रों में सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने निर्देशित किया गया है। धान खरीदी के लिए तौल मशीन, गोठान, बायोमेटि्रक अन्य आवश्यक सामग्री की व्यवस्था की जा रही हैं।
- एसए रजा,मुख्य पर्यवेक्षक,