दर्दनाक: एक एक कर तीन युवकों को लिया चपेट में, फिर भागने के चक्कर में टिप्पर चालक ने मवेशियों को भी रौंद डाला
प्रारंभिक जांच के बाद पूरा मामला संदिग्ध
घटना पर जानकारी देते हुए बीजापुर एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया कि प्रथमदृष्टया मामला नक्सलियों से जोड़ कर देखा जा रहा था, पर प्रारंभिक जांच के बाद पूरा मामला संदिग्ध लग रहा है। जिस ग्रामीण को पुलिस का मुखबिर बताकर हत्या की गई है वह गांव का चरवाहा है और कभी पुलिस के संपर्क में नहीं रहा न ही गोपनीय सैनिक के रूप में काम किया। मौके पर मिले पर्चे भी नक्सलियों के लेखनशैली से अलग हैं।
आपसी रंजिश में हत्या किया जाना
ये घटना आपसी रंजिश में हत्या किया जाना प्रतीत होता है। फिलहाल पूरे मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। आपको बता दें कि नक्सली व अंदरूनी इलाकों में इससे पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं जिसमे आपसी रंजिश को नक्सली घटना दिखाने की कोशिश की जाती रही है