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फिजियोथेरेपी तुमचो दुआर से लकवा से पीड़ित ग्रामीण हुआ स्वस्थ, जताया आभार

फिजियोथेरेपी उपचार से मरीजों को मिल रहा नवजीवन

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फिजियोथेरेपी तुमचो दुआर से लकवा से पीड़ित ग्रामीण हुआ स्वस्थ, जताया आभार

ग्रामीण इलाकों में फिजियोथिेरपी की जा रही है

कोण्डागांव . जिला प्रशासन की अभिनव पहल के तहत् गांव-गांव में जाकर गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को घर-घर जाकर फिजियोथेरेपी द्वारा उपचार फिजियो थेरेपी तुमचो दुआर योजना अंतर्गत किया जा रहा है। जिसके तहत् जिले के ग्राम उमरगांव 'अ' का निवासी 68 वर्षीय लकवा र्ग्रस्त रामलाल सोरी का भी उपचार किया गया। जिससे महिनों की असमर्थता के बाद अब रामलाल को नई जिन्दगी मिल गयी है। इस संबंध में रामलाल के पुत्र ने बताया कि, वे पिछले लगभग सात-आठ महीनों से लकवा ग्रस्त हो गये थे। जिसके कारण उनके शरीर के दायें हिस्से ने कार्य करना पूरी तरह से बंद कर दिया था। जिसके पश्चात गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले इस परिवार के पास बड़े शहरों में जाकर वहां के मंहगे अस्पतालों में उपचार कराना संभव नहीं था। ऐसे में वे चलने फिरने में असमर्थ हो गये थे जिसे उन्होंने अपनी नियती समझ लिया था। वे अपने पैरो पर पुन: खड़े होने को एक स्वप्न मान बैठे थे। इस अवस्था में उनके घर वालो द्वारा उनके समस्त दैनिक कार्यों को किया जाता था। इसके पश्चात जिले की फिजियो थेरेपी तुमचो दुआर टीम को ग्राम की मितानिन के माध्यम से मरीज रामलाल की जानकारी प्राप्त हुई। जिस पर फिजियोथेरेपी टीम चिकित्सक सहित 22 सितंबर को मरीज के घर ग्राम उमरगांव पहुंची। जहां चिकित्सकों द्वारा जांच कर मरीज की स्थिति को देखते हुए फिजियोथेरेपी करने की सलाह दी। जिस पर फिजियोथैरेपिस्ट द्वारा रोजाना कसरत करने की सलाह दी गयी थी।
इस संबंध में फिजियोथैरेपिस्ट पदम बघेल ने बताया कि, जागरूकता के अभाव में कसरत की सलाह को पहले तो मरीज तथा उसके परिजनों द्वारा नजरअंदाज किया गया था। जिस पर दूसरी बार 27 अक्टूबर को फिजियोथेरेपी की टीम द्वारा मरीज के घर पहुंच कर समझाइश देने के बाद पुन: उपचार करने कसरत सिखाते हुए दिन में दो बार कसरत कराने की सलाह दी गयी थी। तीसरी बार 24 नवंबर को जब फिजियोथेरेपी की टीम मरीज के घर पहुंचने पर मरीज के स्वास्थ्य में काफी सुधार आ चुका था। रामलाल स्वयं चलने फिरने लगा था साथ ही उसके हाथों में हरकत भी प्रारंभ हो गयी थी। इसके पश्चात चौथी बार 29 दिसंबर को घर जाने पर टीम भी आश्चर्य से भर गयी जब उन्होंने देखा की मरीज की हालत में 90 प्रतिशत तक सुधार हो चुका है। अब वह स्वयं भी खेती बाड़ी के कामों में हाथ बटाना प्रारंभ कर दिया है। जिसे देखते हुए दल के पहुंचने पर परिजनों ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए बताया कि, उन्होंने रामलाल के ठीक होने की उम्मीद छोड़ दी थी ऐसे में फिजियो थेरेपी तुमचो दुआर हमारे लिए एक वरदान साबित हुआ। आज रामलाल अपने दैनिक जीवन के लगभग सारे कार्य स्वयं करने में सक्षम हैं।


1130 लोगो का अब तक हुआ उपचार
कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा के मार्गदर्शन में घर-घर जाकर फिजियो थेरेपी के माध्यम से लकवा, जोड़ो के दर्द, हड्डियों के दर्द आदि पुराने एवं गंभीर मरीजों का मशीनों एवं कसरत के सहारे उपचार किया जा रहा है। कुछ लोगों के स्वस्थ होने के बाद अब ग्रामीणों में फिजियो थेरेपी से उपचार के प्रति विश्वास बढ़ता जा रहा है। चिकित्सालयो में उपचार के बाद परेशान गंभीर बीमारी के मरीजों के लिए फिजियोथेरेपी तुमचो द्वार वरदान साबित हो रहा है। जिन मरीजों का उपचार से पहले बिस्तर से उठना नामुमकिन था, वे फिजियो थेरेपी से उपचार के बाद स्वस्थ हो रहे है। फिजियो थेरेपी द्वारा अब तक कुल 1130 लागों का उपचार किया गया है। जिसमें से लगभग 450 मरीज 90 प्रतिशत से अधिक ठीक हो चुके है।