भाद्रपद शुक्ल, अष्टमी, बुधवार, विक्रम संवत् 2077।
सौर भाद्रपद मास प्रविष्टे 11, मुहर्रम 06, हिजरी 1442 ।
सूर्य दक्षिणायण, उत्तर गोल, शरद ऋतु।
अष्टमी तिथि पूर्वाह्न 10 बजकर 40 मिनट तक उपरांत नवमी तिथि का आरंभ।
अनुराधा नक्षत्र अपराह्न 01 बजकर 04 मिनट तक उपरांत ज्येष्ठा नक्षत्र का आरंभ।
वैधृति योग सायं 07 बजकर 32 मिनट तक उपरांत विष्कुंभ योग का आरंभ।
बव करण पूर्वाह्न 10 बजकर 40 मिनट तक उपरांत कौलव करण का आरंभ।
चन्द्रमा दिन रात वृश्चिक राशि पर संचार करेगा।
विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 31 मिनट से 03 बजकर 23 मिनट तक रहेगा।
निशीथ काल मध्यरात्रि 12 बजकर 01 मिनट से 12 बजकर 45 मिनट तक।
गोधूलि मुहूर्त शाम 06 बजकर 36 मिनट से 07 बजे तक।
अमृत काल मध्य रात्रि 03 बजकर 59 मिनट से अगली सुबह 05 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग सुबह 05 बजकर 56 मिनट से दोपहर 01 बजकर 04 मिनट तक।
राहुकाल दोपहर 12 बजे से 01 बजकर 30 मिनट तक।
यमगंड सुबह 07 बजकर 30 मिनट से 09 बजे तक रहेगा।
गुलिक काल सुबह 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक रहेगा।
लाभ— 05:58 – 07:32— ट्यूशन, कोचिंग, नया व्यवसाय प्रारंभ
अमृत— 07:32 – 09:06— डेयरी, सभी प्रकार के कार्य
काल — 09:06 – 10:40— खेती—किसानी, मशीन संबंधी गतिविधियाँ
शुभ— 10:40 – 12:14— ट्यूशन, कोचिंग, धार्मिक कार्य
रोग— 12:14 – 13:49— वाद-विवाद, प्रतियोगिता, विवाद निपटारा
उद्वेग— 13:49 – 15:23— सरकारी कार्य
चर— 15:23 – 16:57— कला—संस्कृति, यात्रा
लाभ— 16:57 – 18:31— नया व्यवसाय, ट्यूशन, कोचिंग प्रारंभ
उद्वेग— 18:31 – 19:57— सरकारी कार्य
शुभ— 19:57 – 21:23— ट्यूशन, कोचिंग, धार्मिक कार्य
अमृत— 21:23 – 22:49— डेयरी, सभी प्रकार के कार्य
चर— 22:49 – 24:15— कला—संस्कृति, यात्रा