
ओमप्रकाश शर्मा
सहकारी बैंक में लेन-देन का चौंकाने वाला ट्रैक पकड़ में आया है। जालोर में सहकारी बैंक के दो संविदाकर्मियों के कई खातों में जो रकम जमा हुई, उसे बैंक कर्मचारियों ने जयपुर में एक ही परिवार के खातों में ट्रांसफर कर दिया। ये खाते सीसीबी (केन्द्रीय सहकारी बैंक) जालोर के तत्कालीन एमडी के परिवार के हैं। इनके अलावा कुछ रकम जयपुर के ज्वैलरों के खातों में भी पहुंची है। अभी तक चालीस लाख रुपए से अधिक की एंट्री सामने आ चुकी है। अन्य खातों की पड़ताल होना बाकी है। एमडी के तबादले के बाद सामने आई लाखों की इस एंट्री की जानकारी सहकारी बैंक की ओर से ही अपेक्स बैंक के साथ मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को भी भेजी गई है।
सरकार को भेजी गई जानकारी के मुताबिक यह राशि सीसीबी जालोर के संविदाकर्मी जसाराम मीणा (सेवानिवृत्त व. प्रबंधक) व संविदा कम्प्यूटर ऑपरेटर प्रवीण मीणा के खातों से ट्रांसफर की गई है। अभी तक की पड़ताल में जसाराम के खाते से 31 बार में 26.00 लाख रुपए एवं प्रवीण के खातों से 12 बार में 13.00 लाख रुपए ट्रांसफर किए जाने की जानकारी सामने आई है। इसमें अधिकतर राशि तत्कालीन एमडी केके मीना के परिवार के खातों में पहुुंची है। आईएफसी कोड से साफ है कि अधिकतर खाते जयपुर में ही हैं। जिन ज्वैलर के खातों में रुपए ट्रांसफर हुए हैं, वे भी जयपुर के ही हैं। अधिकतर एंट्री एमडी की पत्नी, पुत्र, पुत्री एवं अन्य रिश्तेदारों के खातों की है।
2021 से 2023 तक रहे एमडी
केके मीना वर्ष 2021 से 2023 तक जालौर सीसीबी एमडी रहे। विभिन्न खातों में जमा राशि को लेकर उनके खिलाफ की गई शिकायत में उल्लेख है कि जिन लोगों व फर्मों के खातो में ये फंड ट्रांसफर किया गया, उनका बैंककर्मी जसाराम व प्रवीण से संपर्क नहीं है। जसाराम प्रधान कार्यालय जालोर व प्रवीण सायंकालीन शाखा जालोर में कार्यरत है। चौंकाने वाला तथ्य यह है कि उनके खाते में रुपए जमा होने के साथ ही नेफ्ट या आरटीजीएस से यह राशि जयपुर के खातों में पहुंच जाती थी।
सीएमओ और एसीबी पहुंची सूचना, अभी एक्शन नहीं
फंड ट्रांसफर के इस ट्रैक की जानकारी सामने आने पर भीनमाल शाखा की ओर से मुख्यमंत्री कार्यालय के साथ सूचना एसीबी और अपेक्स बैंक के एमडी भोमाराम को भी दी गई है। यह शिकायत दस दिन पहले दी गई थी, लेकिन बैंक स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब सीएमओ और एसीबी से कार्रवाई का इंतजार है।
यह जांच हो तो सामने आए सच्चाई
1. संविदाकर्मी जसाराम एवं प्रवीण के खातो में जमा राशि के स्रोत उजागर हों, इनके परिवार के खाते भी जांचे जाएं।
2. तत्कालीन एमडी के कार्यकाल में बैंक की समस्त शाखाओं में नेफ्ट/आरटीजीएस से हुए हुए फंड ट्रांसफर की पड़ताल हो।
3. मामले की विभागीय जांच के साथ ही एसीबी व ईडी की हो जांच।
Updated on:
29 Jan 2024 08:50 am
Published on:
29 Jan 2024 08:48 am
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