इससे पहले अशोक परनामी ने अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा करते हुए कहा कि वह कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते रहेगें। परनामी ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने 16 अप्रैल को ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को अपना इस्तीफा भेज दिया था। उन्होंने कहा कि अपनी व्यक्तिगत व्यस्तताओं के कारण इस्तीफा दिया है।
…यहां से हुआ इशारा और परनामी ने दे दिया इस्तीफा, जानें पद से हटाने के पीछे क्या रहे 5 बड़े कारण वहीं प्रदेश के उपचुनावों में हुई हार के संबंध में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि हार जीत सामूहिक होती है जिसके लिए किसी एक को जिम्मेदार नही ठहराया जा सकता।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह द्वारा परनामी को राष्ट्रीय कार्यकारणी में सदस्य नियुक्त करने की सूचना के बाद ही प्रदेश में उनके इस्तीफे की अटकलें तेज हो गयी थी। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष बनने से पहले भी वह कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहे थे और पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते रहेगें। उन्होंने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल करने के प्रति राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वह इसी तरह कार्य करते रहेगें।