
ATM smashed, police engaged in investigation
No ATM security : जयपुर। राजधानी जयपुर में चल रहे विभिन्न बैंकों के एटीएम बदमाशों का आसान टारगेट है। वजह साफ है कि इन एटीएम की सुरक्षा ( ATM security )बैंक प्रशासन ने इंश्योरेंस के भरोसे छोड़ रखी है। शहर में करीब आठ सौ से अधिक एटीएम लगे हुए है। इन एटीएम पर सुरक्षा के इंतजाम नहीं है। सुरक्षा व्यवस्था की खामी का लाभ उठाकर बदमाशों ने पिछले साल करीब तीन दर्जन से अधिक एटीएम मशीनों को ( atm loot )अपना निशाना बनाया था। बजाज नगर थाना ( bajaj nagar thana )इलाके में देर रात बदमाश हिताची बैंक के एटीएम को काट कर ले गए। इस एटीएम में दो दिन पहले आठ लाख रुपए डाले गए थे। एटीएम में न तो सीसीटीवी कैमरा लगा ( cctv footage )था और न ही सुरक्षा गार्ड। एेसे में अब बदमाशों की धरपकड़ के लिए पुलिस आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों ( cctv cameras )की फुटेज खंगाल रही हैँ वहीं टोंक फाटक के पास एसबीआई बैंक का एटीएम की मशीन का बॉक्स खुला मिला। बताया जा रहा है कि यह मशीन खराब है। एटीएम के पास ही एक दूसरी मशीन भी रखी मिली।
पुलिस बरत रही सर्तकता-
एटीएम की सुरक्षा को लेकर पुलिस सर्तकता बरत रही है। रात में गश्त के दौरान पुलिस हर एटीएम को चैक करती है। बैंक प्रशासन एटीएम की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से लापरवाह बना हुआ है। यहीं वजह है कि शहर में स्थित अस्सी प्रतिशत एटीएम पर सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं है। खास बात यह है कि बाकी बचे बीस प्रतिशत एटीएम पर भी 24 घंटे के लिए सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं है। कुछ एटीएम पर रात में सुरक्षा गार्ड तैनात है लेकिन दिन में नहीं। पिछले साल कुछ एटीएम पुलिस की सर्तकता से लूटने से बच गए थे । ( rajasthan police )
-पुलिस व बैंक प्रशासन के बीच वार्ता की पालना नहीं करते बैंक अधिकारी
एटीएम की सुरक्षा को लेकर हर साल बैंक व पुलिस प्रशासन के बीच दो से तीन बार वार्ताएं होती है। इन वार्ताओं में तय गए नियमों को लेकर पुलिस तो सजग नजर आती है लेकिन बैंक प्रशासन तय बातों की पालना नहीं करती। सुरक्षा को लेकर तय गाइडलाइन की पालना नहीं करवाने को लेकर पुलिस जिला प्रशासन व सरकार को भी अवगत करवा चुकी है। ( rajasthan news )
-रुपयों का इंश्योरेंस होता है इसलिए ध्यान नहीं देता बैंक प्रशासन
एटीएम सुरक्षा में लापरवाही बरतने को लेकर लेकर जब पुलिस ने बैंक प्रशासन से वजह ( sbi atm ) पता करने का प्रयास किया तो सामने आया कि हर बैंक एटीएम में डाले जाने वाले रुपयों का इंश्योरेंस करवाता है। ऐसे में रुपए चोरी या लूटे जाने की स्थिति में बैंक प्रशासन को नुकसान नहीं झेलना पड़ता है। इन घटनाओं का भार इंश्योरेंस कम्पनी पर आता है। यहीं वजह है कि खर्चा बचाने के चक्कर में बैंक प्रशासन एटीएम पर सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं करवाता है। इसमें चाहे सरकारी हो या निजी बैंक दोनों यही रणनीति अपनाते है।
- बैंक प्रशासन एटीएम की सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरत रहे है इससे अपराध के साथ पुलिस की मुसीबत भी बढ़ रही है। पुलिस रात में गश्त के दौरान सभी एटीएम को चैक करती है। सुरक्षा को लेकर दी गई हिदायत का बैंक प्रशासन पालना नहीं करते है।
मानवेंद्र सिंह , थानाधिकारी, बजाज नगर
Published on:
06 Feb 2020 12:46 pm
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