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जयपुर में निभाई जाएगी 157 साल पुरानी परंपरा, जानें किस आयोजन को लेकर छाया है उल्लास?

Bhadli Navami 2023 : भड़ल्या नवमी का अबूझ सावा रवियोग, वरियान योग, हस्त नक्षत्र में मंगलवार को रहेगा। इस बीच मांगलिक कार्यों की धूम रहेगी।

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जयपुर

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Nupur Sharma

Jun 27, 2023

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जयपुर। Bhadli Navami 2023 : भड़ल्या नवमी का अबूझ सावा रवियोग, वरियान योग, हस्त नक्षत्र में मंगलवार को रहेगा। इस बीच मांगलिक कार्यों की धूम रहेगी। शहर के कई मंदिरों में भगवान भी विवाह बंधन में बंधेगे। सांगानेर सिटी बस स्टैंड के पास राधा वल्लभ मार्ग स्थित ठिकाना मंदिर भगवान जगन्नाथ में मंगलवार को भगवान जगन्नाथ माता लक्ष्मी के साथ विवाह बंधन में बंधेंगे। इससे पहले विवाह महोत्सव की तैयारियां कई मायनों में खास रही। भगवान की शादी के लिए सभी रस्में निभाई गई। सोमवार को महिला संगीत हुआ। इसके साथ ही हल्दी और मेहंदी का कार्यक्रम हुआ। महिलाओं ने ठाकुरजी को मेहंदी और हल्दी अर्पित की।

पुजारी सुनील लाटा ने बताया कि शाम छह बजे से ठाकुरजी के माता लक्ष्मी के साथ फेरे संपन्न होंगे। अंत में भजन संध्या होगी। समाजसेवी मुरलीधर शर्मा ने बताया कि 157 साल से परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है। सभी तैयारियां भक्तों की ओर से की जाती है।


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कल भरेगा मेला
अगले दिन बुधवार को रथयात्रा सिंघी सागर बगीची से रवाना होकर मालपुरा गेट के अंदर पहुंचेगी, जहां विवाह महोत्सव के उपलक्ष में गुदरी मेला आयोजित होगा। संत-महंत आरती करेंगे। इसके बाद रथयात्रा रवाना होगी।


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यहां भी होगा विवाह
इधर, गोपाल जी रास्ता स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर में लक्ष्मी जगन्नाथ का विवाह वैदिक प्रक्रिया से संपन्न होगा।