उन्होंने सुबह करीब सात बजे अंतिम सांस ली। फोर्टिस अस्पताल के एमआर्इसीयू में मौजूद चिकित्सकों ने उनके निधन के बारे में जानकारी दी। इसके बाद उनके परिजनों के साथ ही अन्य परिचितों में शोक की लहर फैल गर्इ। वे बिजोलिया के पूर्व राजघराने की बेटी थीं।
कीर्ति कुमारी को गत 26 अगस्त को कोटा के अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उन्हें स्वाइन फ्लू की पुष्टि के बाद जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में परिजनों के कहने पर उन्हें फोर्टिस अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया। विधायक कीर्ति कुमारी के निजी स्टाफ से मिली जानकारी के अनुसार एक दर्जन चिकित्सकों की टीम उनके उपचार में जुटी हुर्इ थी। चिकित्सकों ने उन्हें बचाने की भरसक कोशिश की लेकिन इसके बावजूद वे विधायक को बचाने में कामयाब नहीं हो सके।
कीर्ति कुमारी के निधन का समाचार सुनकर बड़ी संख्या में भाजपा नेता आैर कार्यकर्ता अस्पताल पहुंचे। वहीं मांडलगढ़ में शोक पसर गया। लोगों ने कहा कि मांडलगढ़ के लिए उन्होंने काफी काम किया है। वे हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगी। अस्पताल के बाहर उनके समर्थक एक दूसरे से गले लगकर रो पड़े। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, राजस्थान महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा, पार्टी के प्रदेश प्रभारी वी सतीश सहित अनेक वरिष्ठ पदाधिकारियों ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।