28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बदला, अब बदलेगी संगठन की तस्वीर

भाजपा को नया प्रदेशाध्यक्ष मिल गया है। चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी को नया प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया है। नए प्रदेशाध्यक्ष बनाने के साथ ही संगठन में बदलाव की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। इस साल चुनाव है, ऐसे में माना जा रहा है जोशी अपने हिसाब से जल्द से जल्द संगठन में बदलाव करेंगे।

less than 1 minute read
Google source verification

जयपुर

image

Umesh Sharma

Mar 24, 2023

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बदला, अब बदलेगी संगठन की तस्वीर

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बदला, अब बदलेगी संगठन की तस्वीर

जयपुर। भाजपा को नया प्रदेशाध्यक्ष मिल गया है। चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी को नया प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया है। नए प्रदेशाध्यक्ष बनाने के साथ ही संगठन में बदलाव की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। इस साल चुनाव है, ऐसे में माना जा रहा है जोशी अपने हिसाब से जल्द से जल्द संगठन में बदलाव करेंगे। पार्टी सूत्रों की मानें तो जोशी खुद वर्तमान प्रदेश कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष पद पर थे। ऐसे में उनको इस बात की पूरी जानकारी है कि कौन सा पदाधिकारी काम कर रहा है और कौन निष्क्रिय है। इस हिसाब से कई चेहरों को बदला जाएगा। हालांकि चुनावी साल हैए इसलिए जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हुए ही बदलाव किया जाएगा। किसी भी विरोध या नाराजगी से बचने के लिए कुछ पुराने चेहरों को भी कार्यकारिणी में रखा जाएगा। हालांकि अभी पार्टी की ओर से जन आक्रोश अभियान के तहत धरनाकृप्रदर्शन चल रहे हैए ऐसे में जोशी की इनमें पूरी भागीदारी रहेगी।

मोर्चा में भी होगा बदलाव

पार्टी के सात मोर्चा हैं। ऐसे में मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष भी बदले जा सकते हैं। हालांकि पार्टी आलाकमान के साथ चर्चा के बाद ही यह बदलाव किए जाएंगे। उधर जिला व देहात के अध्यक्षों पर भी दोबारा मं थन किया जाएगा। देखा जाएगा कि कौन निष्क्रिय हैए उसे बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।

विधानसभा और लोकसभा चुनाव पर रहेगा विशेष फोकस

इस साल के विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव पर जोशी का फोकस रहेगा। ऐसे में पार्टी की गुटबाजी को खत्म करने की दिशा में जोशी पहला काम करेंगे। इसके लिए सभी गुटों के लोगों को कार्यकारिणीए मोर्चा में जगह मिल सकती है ताकि कोई भी खेमा नाराज नहीं हो।