
covid test kit
जयपुर. सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे सन्तु निरामया
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद दु:ख भागभवेत।
अर्थात सभी सुखी होवें, सभी रोग मुक्त रहें...इसी सोच के साथ एक साल पहले देश में कोविड—19 टीकाकरण का आगाज हुआ। पहले दिन 167 केन्द्रों पर टीके की डोज से शुरू हुआ यह अभियान अब 4 हजार से भी अधिक केन्द्रों पर नियमित टीकाकरण तक पहुंच चुका है। जब टीका पहली बार आया, तब प्रदेश कोविड की पहली लहर का दंश झेल चुका था। असमय काल का ग्रास बनते हुए लोगों को देखने को जनता मजबूर हो गई थी। सरकारें भी असहाय थी..इस बीच दूसरी लहर से पहले मंगल टीके का प्रवेश हुआ तो उम्मीद की किरण जगी।
दूसरी लहर में भी टीका लगवा चुके लोगों के लिए यह रामबाण बना तो अब तीसरी लहर में तो यह ढाल बन चुका है। विशेषज्ञों ने भी माना है कि टीके ने कोविड की घातकता को काफी हद तक काबू में कर लिया है। तीसरी लहर में सामने आया है कि अधिकांश संक्रमित बेहद कम लक्षणों से गुजरे हैं।
दूसरी लहर में ..जिनके टीका नहीं लगा..वे घातक दौर से भी गुजरे
अप्रेल—मई 2021 में जब दूसरी लहर का भीषण कहर बरपा तो टीका लगवा चुके लोगों की जान बचाने में काम आया। लेकिन उस समय वयस्क आबादी का टीकाकरण या तो शुरू ही नहीं हुआ था, या काफी कम संख्या में हो पाया था। ऐसे में जो चपेट में आए..वे घातक बीमारी के दौर से भी गुजरे।
वयस्क आबादी..अभी भी सात प्रतिशत को नहीं लगा पहला टीका
लेकिन आज की बात करें तो प्रदेश की सात करोड़ से अधिक आबादी को पहली डोज का टीका भी अब तक नहीं लग पाया है। 5.14 करोड़ वयस्क आबादी के करीब 7 प्रतिशत लोग अभी भी पहला टीका नहीं लगवा पाए हैं। करीब 46 लाख की 15 से 17 वर्ष आबादी में से करीब 50 प्रतिशत पहली डोज लगवा चुके हैं। 15 से कम आयु वर्ग का टीकाकरण तो अभी देश में शुरू ही नहीं हुआ है।
राजस्थान टीकाकरण पर एक नजर
कुल टीकाकरण 88323575
18 वर्ष से अधिक 85507781
15 से 17 वर्ष पहली डोज 2441911
प्रिकोशन डोज 373883
कुल पहली डोज 4.83 करोड़
दूसरी डोज 3.74 करोड़
पहली डोज प्रतिशत में 94
दूसरी डोज प्रतिशत में 77.5
प्रतिदिन डोज लगाने की क्षमता — करीब 15 लाख
Updated on:
17 Jan 2022 03:56 pm
Published on:
17 Jan 2022 03:51 pm
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