यह पैसा किसका है इस बारे में किसी को जानकारी नहीं है। पैसा कैसे मिला… तो इसका जवाब ये है कि एक कर्मचारी ने एक पुरानी फाइल निकालने के लिए बंद अलमारी को खोला था तो वहां से रूपयों का ढेर नीचे आ गिरा। ये करीब दो करोड़ 31 लाख रुपए कैश थे और करीब एक किलो सोना है। दो करोड़ 31 लाख कैश में से अधिकतर दो हजार रुपए के नोट हैं। इस पूरे मामले में जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने कहा है कि पैसा किसका है पता नहीं चल सका है, फिलहाल सात कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है। उधर चीफ सेकेट्री ने इस पूरे मामले का खुलासा पुलिस एडीजी क्राइम दिनेश एम एन और जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव की मौजूदगी में किया है।
अब इस पूरे घटनाक्रम के बाद बीजेपी हमलावर हो गई है। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सवाल किया कि आखिर सीएम की नाम के नीचे इतनी बड़ी रकम कहां से आई , उन्होंने कहा कि करोड़ों की नकदी और सोना बरामद होना इस बात का प्रमाण है कि गहलोत सरकार भ्रष्टाचार के संरक्षणदाता की भूमिका में है। भ्रष्टाचार की गंगोत्री आखिरकार सचिवालय तक, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि भ्रष्टाचार की गंगोत्री आखिरकार सचिवालय तक पहुंच ही गई।
राजस्थान सचिवालय जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बैठकर शासन चलाते हैं। वहां करोड़ों की नकदी और सोना बरामद होना इस बात का प्रमाण है कि गहलोत सरकार भ्रष्टाचार के संरक्षणदाता की भूमिका में है। राठौड़ ने कहा कि 2 हजार के नोट को चलन से बाहर करने का बयान देने वाले मुख्यमंत्री आप केवल इतना बता दीजिए कि आपका सचिवालय 2 हजार के अनगिनत नोटों को क्यों उगल रहा है।