उत्तर भारत की सबसे बड़ी पीठ गलता धाम के साथ खोले के हनुमान जी मंदिर और आगरा रोड टनल भी इस विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा हैं। 2008 में हुए परिसीमन के बाद यह सीट अस्तित्व में आई थी।
जयपुर। शहर की चारदीवारी के साथ बाहरी इलाके को समेटने वाली आदर्श नगर सीट इस बार विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है। भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी यहां 2008 और 2013 में विधायक रहे, लेकिन 2018 में कांग्रेस प्रत्याशी रफीक खान ने उन्हें हराकर सीट पर कब्जा जमाया।
खान अभी अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष भी हैं। अभी तक दोनों ही पार्टियों ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। जयपुर शहर में आदर्श नगर सर्वाधिक अल्पसंख्यक मतदाता वाला विधानसभा क्षेत्र है।
उत्तर भारत की सबसे बड़ी पीठ गलता धाम के साथ खोले के हनुमान जी मंदिर और आगरा रोड टनल भी इस विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा हैं। 2008 में हुए परिसीमन के बाद यह सीट अस्तित्व में आई थी।
कालीचरण सराफ चार बार विधायक रहे
आदर्श नगर सीट के अस्तित्व में आने से पहले यह जौहरी बाजार सीट थी जो 1957 के चुनाव में अस्तित्व में आई थी। अल्पसंख्यक बाहुल्य सीट होने के बावजूद भी इस सीट पर ज्यादातर जनसंघ और भाजपा का कब्जा रहा है।
कालीचरण सराफ यहां से 1985, 1990, 1993 और 2003 में विधायक रह चुके हैं। इसके अलावा कांग्रेस के तकीउद्दीन अहमद 1980 और 1998 में यहां से विधायक रहे। इसके अलावा सीपीआई के गफ्फार अली खान 1972 और जनता पार्टी के गुल मोहम्मद 1977 में यहां से विधायक रह चुके हैं।
21 हजार से ज्यादा मतदाता बढ़े
आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र में 5 साल में मतदाताओं की संख्या में खासा इजाफा हुआ है। 2018 की तुलना में अब तक यहां 21,638 मतदाता बढ़ गए हैं। यहां पर कुल 2 लाख 63 हजार 796 मतदाता हैं जिनमें से 1 लाख 38 हजार 997 पुरुष और 1 लाख 24 हजार 799 महिला मतदाता हैं।
सफाई-सड़क, सीवर प्रमुख मुद्दे
आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र में सांगानेरी गेट, घाटगेट, ट्रांसपोर्ट नगर, आजाद नगर, आमागढ़, ईदगाह, बगराना, पालड़ी मीना जैसे इलाके आते हैं। इन इलाकों में सफाई, सड़क, अतिक्रमण जैसे मुद्दे हावी रहे हैं। इस क्षेत्र में कई कच्ची बस्तियां भी हैं, जो लंबे समय से नियमन का इंतजार कर रही हैं। दोनों ही दलों के चुनावी एजेंडे में ये प्रमुखता से रहे हैं।