
जयपुर. औषधि नियंत्रण संगठन ने नशे के रूप में दुरुपयोग होने वाली दवाइयों की ऑनलाइन बिक्री से विक्रय की मॉनिटरिंग के लिए टीम गठित की है। औषधि नियंत्रक राजाराम शर्मा ने बताया कि नशे के रूप में दुरुपयोग होने वाली दवाइयों के विभिन्न वेबसाइट पर क्रय आदेश दिए गए। फर्जी डॉक्टर की पर्ची बनाकर अपोलो फार्मेसी, पत्रकार कॉलोनी ने नशे के रूप में दुरुपयोग होने वाली नींद की दवा क्लोनाजेपाम औषधि नियंत्रण अधिकारी मुकेश चौधरी को आपूर्ति कर दी।
मामला साबित होते ही तत्काल टीम गठित कर अपोलो फार्मेसी, सी-1, सी-2, महाराजा किशन सिंह नगर, पत्रकार कॉलोनी की जांच की गई। जांच में पाया गया कि अपोलो फार्मेसी की ओर से अमेजॉन वेबसाइट से मिलकर कई डॉक्टरों की फर्जी पर्चियां बनाकर 103 बिलों के माध्यम से भारी मात्रा में नशे की दवाइयां आपूर्ति कर दी गई। गौरतलब है कि, टेलीमेडिसिन प्रैक्टिस गाइडलाइन-2020 के अनुसार नारकोटिक्स श्रेणी की दवाइयाें के लिए ऑनलाइन परामर्श लिखना और बिक्री प्रतिबंधित है। परामर्श पर जिन डॉक्टरों का नाम लिखा था, उनसे बात करने का प्रयास किया गया तो परामर्श पर लिखे फोन नंबर अस्तित्व में नहीं मिले। मामले में अपोलो फार्मेसी को नोटिस जारी किया गया। जिसका जवाब संतोषजनक नहीं पाए जाने और जवाब के साथ संलग्न दस्तावेज़ सही नहीं पाए जाने पर शुक्रवार को उक्त फर्म का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है ।
Updated on:
17 Aug 2024 03:01 pm
Published on:
17 Aug 2024 12:39 pm
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