जिला कलक्ट्रेट परिसर बदहाली का शिकार हो रहा है। हालत यह है कि प्रवेश द्वार पर पड़ी कुर्सियां अस्तव्यस्त तरीके से रखी हुई है। इन कुर्सियों पर जमी धूल को हटाने वाला शायद पूरे कलक्ट्रेट में कोई नहीं। थोड़ा आगे बढऩे पर खराब पड़े वॉटर कूलर भी व्यवस्थाओं को मुंह चिढ़ाते हैं। वॉटर कूलर खराब होने के चलते गर्मी के मौसम में कलक्ट्रेट आने वाले फरियादियों को पानी भी नसीब नहीं होता।