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फरियादियों की किसे फिक्र

जिला कलक्ट्रेट परिसर बदहाली का शिकार हो रहा है। हालत यह है कि प्रवेश द्वार पर पड़ी कुर्सियां अस्तव्यस्त तरीके से रखी हुई है।

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Bhola Nath Shukla

May 13, 2015

जिला कलक्ट्रेट परिसर बदहाली का शिकार हो रहा है। हालत यह है कि प्रवेश द्वार पर पड़ी कुर्सियां अस्तव्यस्त तरीके से रखी हुई है। इन कुर्सियों पर जमी धूल को हटाने वाला शायद पूरे कलक्ट्रेट में कोई नहीं। थोड़ा आगे बढऩे पर खराब पड़े वॉटर कूलर भी व्यवस्थाओं को मुंह चिढ़ाते हैं। वॉटर कूलर खराब होने के चलते गर्मी के मौसम में कलक्ट्रेट आने वाले फरियादियों को पानी भी नसीब नहीं होता।
जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पूर्व सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने के बाद प्रदर्शनी लगाई गई थी। इसके कारण कुर्सियों को एक साइड में रख दिया गया था। इसके बाद से कुर्सियों पर धूल जमी हुई है। लेकिन इसे साफ करने को लेकर कोई गंभीर नहीं है। कलक्टर सहित जिला स्तरीय अधिकारी हर दिन इन कुर्सियों व खराब वॉटर कूलर को देखकर गुजरते हैं लेकिन व्यवस्था सुधार की फिक्र किसी को नहीं।