उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री ने रातों-रात सीआरपीएफ (
CRPF ) की टुकडी भेजकर एसपीजी को हटा दिया। जबकि ऐसा नहीं होता। व्यवस्था में परिवर्तन करना हो तो भी पहले 5-7 दिन दूसरी टुकडी आकर पहले वाली से टुकडी से व्यवस्था समझती है। उसके बाद वापस भेजा जाता है।
विदेश यात्राओं में एसपीजी को साथ नहीं ले जाने व सुरक्षा घेरा तोडऩे के सवाल पर गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (
PM Narendra Modi ) उनसे दोगुनी बार घेरा तोड़ते हैं। जबकि उन्हें समझना चाहिए। सुरक्षा देने सरकार का काम है। अगर फिर भी कोई साथ नहीं ले जाता तो यह उसका लुक आफ्टर है।
भाजपा देश को गांधी-नेहरु परिवार मुक्त करने का प्रयास कर रही है, इस सवाल पर गहलोत ने कहा कि यह प्रयास काफी वर्षों से कर रखा है। तभी एसपीजी को हटाया गया है। जबकि इस परिवार ने देश के लिए त्याग किया। मगर अब भाजपा ने लक्ष्मण रेखा पार कर दी है। सोशल मीडिया में कमेंट करवाए जा रहे हैं। ये काम आमलोग नहीं, बल्कि इनकी टीमें ही करती हैं। इसके लिए लाखो-करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं।
गांधी परिवार आज भी हिट लिस्ट मेंगहलोत ने कहा कि एसपीजी ने चार बार 6 अगस्त 2018, 6 नवम्बर 2018, 6 जून 2019 और 29 अगस्त 2019 को पत्र लिखकर राहुल गांधी के सुरक्षा खतरे के बारे में अवगत कराया था। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (
Manmohan Singh ) ने 5 नवम्बर को केबिनेट सचिव को पत्र लिखा था। उसका भी कोई जवाब नहीं आया। राजीव गांधी ही हत्या के बाद जस्टिस सारण वर्मा कमीशन ने स्वीकार किया था कि अगर एसपीजी नहीं हटती तो उनकी जान बच सकती थी।
गहलोत ने कहा कि केंद्र में भाजपा सरकार (
BJP Government ) बनने के बाद एसपीजी की सुरक्षा में बदलाव आया। इस संबंध में उन्होंने साल साल 2015 में पूर्व गृहमंत्री राजनाथ सिंह (
Rajnath Singh ) को पत्र भी लिखा। राजनाथ सिंह ने एसपीजी नहीं हटाई, अमित शाह (
Amit Shah ) ने आते ही हटा दी।