
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में इस्तीफा देने वाले विधायक अधर में है बीजेपी समेत सभी दल उनका इस्तीफा स्वीकार करने की मांग पर अड़े हैं इतना ही नहीं गहलोत खेमे के तीन मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेन्द्र राठौड़ को कारण बताओ नोटिस भी जारी हुए है लेकिन हालात जस के तस है। कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव को लेकर चल रही सरगर्मी अब खत्म हो चुकी है ऐसे में राजस्थान की राजनीति के भविष्य पर कांग्रेस आलाकमान Mallikarjun Kharge जल्द ही कोई फैसला ले सकते है।
कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस कार्यसमिति भंग कर दी है और 47 सदस्यीय संचालन कमेटी बनाई है जिसमें गहलोत के करीबी चार नेताओं को जगह भी मिल गई है। कमेटी में गहलोत के करीबी रघु शर्मा, रघुवीर मीना, भंवर जितेंद्र सिंह और हरीश चौधरी को शामिल किया है। पायलट या उनके किसी समर्थक को कमेटी में जगह नहीं मिली है। उधर सचिन पायलट की वकालत करने वाले अजय माकन ने राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी पद से इस्तीफा दे दिया है। गहलोत ने माकन पर पक्षपात के आरोप लगाए थे। मल्लिकार्जुन खड़गे के पदभार ग्रहण के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का फिर से बड़ा कद दिखाई दिया है। कांग्रेस के इस कार्यक्रम में गहलोत पूरे समय सोनिया गांधी के साथ दिखाई दिए।
उधर, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा दिसंबर में राजस्थान पहुंचने वाली है। प्रशासनिक अमला राहुल गांधी की यात्रा की तैयारियों में जुटा है। माना जा रहा है राहुल गांधी के राजस्थान आने के बाद बड़ा सियासी घटनाक्रम भी हो सकता है। कांग्रेस का अध्यक्ष पद संभालते ही मल्लिकार्जुन खड़गे ने '50% युवाओं' वाला जो फॉर्मूला दिया है जिसके बाद राजस्थान में भूचाल आना तय माना जा रहा है। खड़गे का ये बयान सचिन पायलट के पक्ष में माना जा रहा है।
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माना ये भी जा रहा है राजस्थान कांग्रेस संगठन में बदलाव होगा। ऐसे में PCC चीफ से लेकर जिला स्तर तक राजस्थान में युवाओं को मौका मिल सकता है। अगर ऐसा होता है तो इसका फायदा पायलट को सबसे ज्यादा मिलेगा।
Updated on:
27 Oct 2022 03:23 pm
Published on:
27 Oct 2022 03:22 pm
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