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Heavy Rain Alert : राजस्थान में एक बार फिर मूसलाधार बारिश का अलर्ट , बंगाल की खाड़ी में बना नया वेलमार्क लो-प्रेशर सिस्टम

Heavy Rain Alert in Rajasthan : राजस्थान में भारी बारिश ने आम जीवन को प्रभावित कर दिया है। आज भी प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में मूसलधार बारिश की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग ने बूंदी, बारां, और कोटा जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है, जबकि बांसवाड़ा, झालावाड़, डूंगरपुर और टोंक में भी बारिश होने की संभावना है।

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Heavy Rain Alert New Low-Pressure System Sparks Flood Warnings in Rajasthan

Heavy Rain Alert New Low-Pressure System Sparks Flood Warnings in Rajasthan

Heavy Rain Alert in Rajasthan :राजस्थान में बारिश का सिलसिला जारी है और इस बार भी मौसम विभाग ने मूसलधार बारिश का अलर्ट जारी किया है। बंगाल की खाड़ी में बने वेलमार्क लो-प्रेशर सिस्टम (WML) के कारण पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश की संभावना है। यह सिस्टम तेजी से डिप्रेशन में बदल रहा है और इसका असर प्रदेश के कई हिस्सों में महसूस किया जा रहा है।

पूर्वी राजस्थान में बारिश का ख़तरा Heavy Rain Alert in Rajasthan

मौसम विभाग ने आज बूंदी, बारां, और कोटा जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसके साथ ही बांसवाड़ा, झालावाड़, डूंगरपुर और टोंक में भी बारिश होने की संभावना जताई गई है। रविवार को भरतपुर नगर में रिकॉर्ड 9 इंच बारिश हुई, जबकि दौसा, बांसवाड़ा, अलवर, और डूंगरपुर में 2 से 4 इंच तक पानी बरसा।

आगामी दिनों में बारिश की स्थिति

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, राजस्थान में अगले तीन दिन भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। 10-11 सितंबर को पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। कोटा और उदयपुर संभाग में भी कहीं-कहीं अतिभारी बारिश की संभावना है। 16 सितंबर के बाद बारिश से राहत मिलने की उम्मीद है।

मौजूदा सीजन की बारिश की स्थिति

इस सीजन में राजस्थान में अब तक औसत से 58 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है। 1 जून से 9 सितंबर तक औसतन 402.5 मिमी बारिश होती है, जबकि इस बार 635.7 मिमी बारिश हो चुकी है। मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में भारी बारिश की स्थिति बनी हुई है और इसके आगे भी जारी रहने की संभावना है।

मानसून ने 49 साल का रिकॉर्ड तोड़ा: 58% अधिक बारिश से ग्राउंड वाटर लेवल में सुधार की उम्मीद

इस मानसून ने 49 साल पुराना बारिश का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। अब तक की 58 फीसदी अधिक बारिश के कारण विशेषज्ञों का कहना है कि इसके प्रभाव आने वाले वर्षों तक महसूस होंगे। बंपर बारिश से ग्राउंड वाटर लेवल में 15% तक सुधार होने की संभावना जताई जा रही है।

भविष्य के लिए सावधानियाँ

बारिश के लगातार दौर से निपटने के लिए नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। सड़क पर यात्रा करते समय सावधानी बरतें और आवश्यक यात्रा के दौरान मौसम की स्थिति की जांच कर लें। जलभराव की समस्याओं से बचने के लिए अपने आस-पास के क्षेत्रों में सतर्कता बनाए रखें और स्थानीय प्रशासन की सलाह पर ध्यान दें।

राजस्थान में मौसम की इस अनुकूलता और बरसात के चलते प्रदेश में जनजीवन प्रभावित हो रहा है, लेकिन सावधानी और सतर्कता के साथ इस मौसम का सामना किया जा सकता है।