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बिना कार्ड कैसे निकले जन का धन

सिरोही आमजन के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री जन-धन योजना बैंकों

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S.D. upadhyay

Dec 13, 2015

सिरोही आमजन के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री जन-धन योजना बैंकों के दफ्तर तक ही दम तोड़ रही है। योजना के आगाज के साथ ही आमजन ने बैंकों में खाते तो खुलवा दिए, लेकिन उपभोक्ताओं को अभी तक रुपए कार्ड का वितरित नहीं हुए है। रुपए कार्ड का वितरण नहीं होने के कारण पेंशनधारियों की पेंशन भी अटकी हुई पड़ी है। हालांकि बैंकों में कई उपभोक्ताओं के खाते भी खुल गए है, लेकिन वे बैंकों में कार्ड लेने के लिए नहीं जा रहे है और जो जा रहे है उन्हें कार्ड के पिन कोड आदि नहीं आने का हवाला दिया जा रहा है।

राशि जमा पर कैसे हो वितरित
सामाजिक सुरक्षा के तहत वृद्ध, विधवा और विकलांग पेंशन दी जाती है, लेकिन पिछले दो महीने से पेंशन नहीं मिली है। हालांकि विभाग ने सिरोही जिले के 20 हजार 8 सौ 29 खाता धारकों में पेंशन की राशि जमा करवाई हुई है, लेकिन खाता धारकों के पास रुपए कार्ड उपलब्ध नहीं है। ऐसे में वह पेंशन अटकी हुई पड़ी है।

अब यूं मिलती है पेंशन
नए नियमों के अनुसार पेंशनधारी के पास जब तक रुपए कार्ड नहीं होगा। तब तक वह अपने बैंक खाते से पेंशन नहीं निकाल सकता है। इसके लिए खाता धारक के पास रुपए कार्ड के साथ उसका पिन कोड होना जरूरी है। इसके बाद खाता धारक वह सम्बंधित ग्राम पंचायत के अटल सेवा केन्द्र में संचालित ई-मित्र केन्द्र के वहां जाकर रुपए कार्ड के माध्यम से माइक्रो एटीएम से राशि निकालता। तब जाकर पेंशनधारी को ई-मित्र संचालक उसे पैसे निकाल कर देता।

एक नजर पेंशन धारक पर

  • सिरोही जिले में 76 हजार 6 सौ 88
  • जालोर जिले में 1 लाख 74 हजार 4 सौ 70
  • पाली जिले में 2 लाख 32 हजार 6 सौ 26

तो लग गई पैनल्टी

पेंशनधारियों के पास रुपए कार्ड नहीं है। ऐसे में रुपए कार्ड के अभाव में खाता धारक अपनी पेंशन लेने नहीं जाता है। इसका खामियाजा ई-मित्र संचालक को भुगतना पड़ रहा है। अब तक माइक्रो एटीएम से पैसे निकालने का प्रयोग शुरू नहीं हुआ है। इससे प्रदेश के 353 ई-मित्र कियोस्क को पेनल्टी चुकानी पड़ रही है। इसमें सिरोही के बारह कियोस्क शामिल है। माइक्रो एटीएम का उपयोग नहीं होने से प्रति मशीन 18 हजार रुपए की पेनल्टी चुकानी पड़ रही है।


यह आ रही दिक्कतें

जन-धन योजना के तहत लोगों ने खाते तो खुलवा दिए। बैंकों में खाते भी खुल गए, लेकिन उपभोक्ता रुपए कार्ड लेने के लिए बैंक नहीं जा रहे है। कई उपभोक्ता के सामने ऐसी भी समस्या आती है कि वह रुपए कार्ड लेने के लिए तो जाता है, लेकिन कार्ड का पिन कोड नहीं आता है। साथ ही कई बैंक खाता धारक को सही मार्गदर्शन भी नहीं देते है। ऐसे में ग्रामीण शहरों में बैंकों के चक्कर में अपना कीमती समय भी खराब कर देते है। इसको लेकर भी कई लोग थक-हारकर बैंकों में अपना रुपए कार्ड लेने ही नहीं जाते है।


लेने नहीं आ रहे...

कई उपभोक्ताओं के रुपए कार्ड आ चुके है। पर, वे लेने नहीं आ रहे है। जिनकों नहीं मिल रहे है वो हमें बताएं।

अमरचन्द रावल
,
मुख्य प्रबन्धक, लीड बैंक


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