एसओजी के डीआईजी संजय श्रोत्रिय ने बताया कि 10 मई को राजस्थान पत्रिका के अंक में ‘अपना भविष्य संवारने आई, कई का बिगाड़ा’ शीर्षक से खबर छपने के बाद भावना की फोटो देखकर उसके पड़ोसी ने एसओजी को फोन पर सूचना दी। सूचना के आधार पर एसओजी की टीम ने यहां बजाज नगर इलाके में दबिश दी, लेकिन टीम के पहुंचने से पहले भावना घर से फरार होने में सफल रही।
एसओजी का कहना है कि भवना की गिरफ्तारी के लिए उसके टोंक स्थित घर पर लगातार निगाह रखी जा रही थी। एसओजी का दावा है कि फरारी के दौरान वह घर कभी नहीं आई। इस दौरान भावना ने प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले एक युवक को अपने जाल में फंसा लिया और इस वर्ष फरवरी में उसके साथ शादी कर यहां बजाज नगर में किराये का मकान रहने लगी।
सूचना के आधार पर गत दस मई को एसओजी की टीम यहां बजाज नगर स्थित भावना के नये ठिकाने पर पहुंची, जहां उसका पति सिर पकड़ कर बैठा हुआ मिला। उसने एसओजी को बताया कि सुबह अखबार पढऩे के तत्काल बाद भावना अपना सामान समेट कर घर से निकल गई। एसओजी का कहना है कि घर की जांच-पड़ताल और उसके पति से पूछताछ के आधार पर भावना के बारे में महत्वपूर्ण सुराग जुटा लिए गए हैं और उसे अब शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।